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AP ड्रोन मार्ट पोर्टल : किसानों के लिए क्या है फायदें?

आज के इस डिजिटल युग में टेक्नोलॉजी के बढ़ते कदम अब खेती और छोटे उद्योगों तक भी पहुँच रहे हैं.इसी दिशा में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री “एन. चंद्रबाबू नायडू” ने जुलाई 2025 में देश का पहला “AP ड्रोन मार्ट पोर्टल” लॉन्च किया है. यह डिजिटल पोर्टल किसानों, सूक्ष्म, लघु और माध्यम उद्योगों (MSME) और स्टार्टअप को ड्रोन तकनीक से जोड़ने के लिए एक बहुत ही अनोखा मंच है.

आज के समय में केवल फोटो और वीडियो शूट करने के लिए ही ड्रोन का उपयोग नहीं किया जाता है. खेतों में दवाओं का छिड़काव, मलबा हटाना, ज़मीन की मैपिंग, जैसे कई काम बहुत तेज़ी और सटीकता से ड्रोन की मदद से किए जा सकते हैं. लेकिन अभी तक इस तकनीक का फ़ायदा छोटे किसान और छोटे उद्योग नहीं उठा पाते थे. इसी कमी को पूरा करने के लिए AP ड्रोन मार्ट पोर्टल लाया गया है.

क्या है AP ड्रोन मार्ट पोर्टल?

यह एक “ऑनलाइन पोर्टल” है, जिससे कोई भी किसान, व्यवसायी या स्टार्टअप अपनी जरूरत के हिसाब से ड्रोन सेवायें बुक कर सकता है. यहां बहुत सारे ड्रोन सर्विस प्रोवाइडर रजिस्टर्ड हैं, जो अलग अलग तरह को सुविधाएं देते हैं जैसे – खेतों में छिड़काव, सर्वे और मैपिंग, इंफ्रास्ट्रक्चर निगरानी आदि.

इस पोर्टल पर यूजर अपने जरूरत के हिसाब से ड्रोन ऑपरेटर और लोकेशन चुन सकते हैं. ये ड्रोन सर्विस का एक तरह से “ई- मार्केटप्लेस” बन गया है.

इसको क्यों लॉन्च किया गया है ?

आंध्र प्रदेश एक कृषि प्रधान राज्य है. यहां बड़ी संख्या में पारंपरिक तरीके से किसान खेती करते हैं. कई इलाकों में मजदूरों की कमी है जिसके कारण दवाओं के छिड़काव में और पैसे की बर्बादी होती है, और तो और खेतों में निगरानी करना भी मुश्किल हो जाता है.

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इसी तरह से MSME और स्टार्टअप्स के पास निगरानी और सर्वे करने के लिए महंगे उपकरण खरीदने के लिए इतने पैसे नहीं होते. इस पोर्टल की मदद से सरकार चाहती है की ड्रोन जैसे आधुनिक तकनीक गांव-गांव तक पहुंचे ताकि किसान, व्यापारी और स्टार्टअप्स कम से कम खर्चे में ज़्यादा फ़ायदा उठा पाएं.

यह काम कैसे करता है?

  • Registration (पंजीकरण) – सबसे पहले MSME, किसान और स्टार्टअप्स अपनी सारी डिटेल्स डालकर इसमें रजिस्टर करते हैं. जिसके लिए आधार और व्यवसाय से जुड़े कुछ दस्तावेज देने पड़ते हैं.
  • ड्रोन सेवा को बुक करना – पोर्टल पर यूजर अपनी आवश्यकता के अनुसार सेवा चुन सकते हैं जैसे – कौन सा ड्रोन चाहिए , किस तारिक की सेवा चाहिए , कितनी ज़मीन या क्षेत्र में काम होगा आदि.
  • ऑपरेटर चयन – यूजर पोर्टल पर लिस्टेड कई ड्रोन सर्विस प्रोवाइडर्स में से अपनी पसंद का ऑपरेटर चुन सकते हैं. लोग रेटिंग और कीमत देखकर ऑपरेटर चुन सकते हैं.
  • ऑनलाइन भुगतान – इस पोर्टल पर पेमेंट ऑनलाइन होता है और की प्रगति को पोर्टल पर लाइव ट्रैक भी किया जा सकता है.

इससे किसानों, MSME और स्टार्टअप्स को क्या फायदा होगा?

  • इस पोर्टल की मदद से खेतों में कीटनाशक का छिड़काव तेज़ी और स्टीकता से होगा और इसी पैसे और समय दोनों की बचत होगी.
  • जिस इलाकों में मजदूर मिलना मुश्किल हैं, तो उन इलाकों में कम मजदूरों में ज़्यादा काम हो पाएगा.
  • बड़े खेतों में आसानी से निगरानी हो पाएगी और पानी की कमी या रोग पहले से हो पकड़ा जा सकेगा.
  • स्टार्टअप्स इस पोर्टल की मदद से ड्रोन से नई सर्विस बना सकते हैं, जैसे बीमा कंपनियों के लिए फसल सर्वे.

यह पोर्टल ना सिर्फ किसानों के लिए बल्कि छोटे उद्योगों और युवाओं के लिए भी एक सुनहरा अवसर है. भारत सरकार की यह पहल दिखती है की टेक्नोलॉजी सिर्फ बड़े शहरों या कंपनियों तक ही नहीं सीमित रहनी चाहिए. अब किसान भी मोबाइल पर बटन दबाकर ड्रोन सेवाएं आसानी से बुक कर सकते हैं और अपनी खेती को स्मार्ट बना सकते हैं.

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