बिजनौर (उत्तर प्रदेश): पवित्र गंगा तट विदुर कुटी पर हर साल की तरह इस बार भी कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर श्रद्धा और आस्था का अनोखा संगम देखने को मिला. सोमवार शाम को विदुर कुटी गंगा स्नान मेले का शुभारंभ पूरे विधि-विधान के साथ किया गया, जिसमें हजारों श्रद्धालु शामिल हुए.
भव्य उद्घाटन समारोह
मेले का उद्घाटन भारतीय जनता पार्टी के क्षेत्रीय मंत्री सत्येंद्र सिसोदिया ने परंपरागत तरीके से फीता काटकर किया, इस दौरान उन्होंने गंगा मैया की धारा में दूध अर्पित किया, नारियल फोड़ा और आरती उतारी, जिससे पूरे घाट का वातावरण भक्तिमय हो उठा.

सत्येंद्र सिसोदिया ने इस अवसर पर कहा “विदुर कुटी का गंगा मेला सनातन धर्म की भावनाओं का प्रतीक है, यह समाज को आस्था, सेवा और संस्कृति के सूत्र में जोड़ने वाला पवित्र पर्व है.”
श्रद्धालुओं का उमड़ा सैलाब
5 नवंबर से आरंभ होने वाले इस मेले में दूर-दराज़ के श्रद्धालु ट्रैक्टर-ट्रॉली और अन्य साधनों से गंगा तट पर पहुंच चुके हैं। कई श्रद्धालु परिवार सहित डेरा डालकर तंबू में ठहरे हुए हैं, गंगा स्नान के बाद भक्त पारंपरिक रूप से उड़द दाल और चावल की खिचड़ी का प्रसाद ग्रहण करते हैं. घाट पर गूंजते भजन और मंत्रोच्चार ने पूरे वातावरण को आध्यात्मिक बना दिया है.

प्रमुख अतिथि और प्रशासनिक उपस्थिति
इस अवसर पर जिलाधिकारी जसजीत कौर, भाजपा जिला अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौहान, जिला पंचायत अध्यक्ष सकेंद्र प्रताप सिंह, और वरिष्ठ नेता ऐश्वर्या मौसम चौधरी सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे, प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सुरक्षा, साफ-सफाई, प्रकाश और पेयजल की विशेष व्यवस्था की है.

गंगा स्नान का महत्व
हिंदू मान्यताओं के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान करने से जन्म-जन्मांतर के पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है, इस दिन गंगा स्नान का पुण्य हजारों यज्ञों के बराबर बताया गया है,“ गंगा की धारा में डुबकी, आस्था की गहराई का प्रतीक बन गई — विदुर कुटी बना श्रद्धा का संगम.”

रिपोर्ट फहीम अख़्तर बिजनौर उत्तर प्रदेश
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