अच्छी सेहत बनाए रखने के लिए शुद्ध भोजन बेहद जरूरी है. अगर खाने-पीने की चीजों में मिलावट हो जाए, तो यह शरीर के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है. इसी कारण त्यौहारों के समय खाद्य सुरक्षा विभाग की ओर से विशेष अभियान चलाए जाते हैं. मुरादाबाद में भी नवरात्र और त्यौहारी सीजन को देखते हुए विभाग ने कार्रवाई तेज कर दी है.
खाद्य सुरक्षा विभाग की टीमों ने रामगंगा पुल और दलपतपुर क्षेत्र में वाहनों को रोककर मावा और दूध सहित छह खाद्य पदार्थों के नमूने लिए. साथ ही टीम मावा मंडी भी पहुंची और वहां से भी सैंपल भरे गए. सभी नमूनों को जांच के लिए लैब भेजा गया है. अधिकारियों ने कहा है कि यदि रिपोर्ट में मिलावट पाई जाती है तो संबंधित लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
जिलाधिकारी के निर्देश पर चला अभियान
नवरात्र के त्यौहार को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी अनुज कुमार के आदेश पर सहायक आयुक्त खाद्य राजवंश प्रकाश श्रीवास्तव के नेतृत्व में अभियान तेजी से चलाया गया. दलपतपुर रोड पर एक वाहन को रोककर मावा और दूध के नमूने भरे गए। इसी तरह, रामगंगा पुल पर भी वाहनों को चेक करके मावा और दूध की जांच के लिए सैंपल लिए गए.
घरेलू नुस्खे से जांच करने की प्रेरणा
विभाग ने न केवल सैंपलिंग की बल्कि लोगों को घरेलू नुस्खों से मिलावट की जांच करना भी सिखाया. कंपनी बाग में आयोजित कार्यक्रम में अधिकारियों ने पंपलेट वितरित कर जागरूक किया. उन्होंने बताया कि पनीर और मावा में स्टार्च की जांच घर पर ही आसानी से की जा सकती है. तरीका यह है –
थोड़ा मावा या पनीर लें.
उसमें आयोडीन टिंचर की 6-7 बूंदें डालें.
अगर रंग काला हो जाए, तो समझ लें उसमें मिलावट है.
क्यों जरूरी है ये सतर्कता?
त्यौहारों पर मिठाइयों और दूध-मावा की मांग तेजी से बढ़ती है. ऐसे समय में मिलावटखोरी की संभावना सबसे अधिक रहती है. मिलावटी दूध और मावा खाने से पाचन संबंधी समस्याएं, फूड पॉइजनिंग और गंभीर बीमारियां हो सकती हैं. इसीलिए विभाग की ओर से अपील की गई है कि लोग खुद जांच करें, सतर्क रहें और किसी भी गड़बड़ी की सूचना तुरंत अधिकारियों को दें.
त्यौहारों की मिठास तभी पूरी होगी, जब भोजन पूरी तरह शुद्ध और सुरक्षित होगा.
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