गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश में SIR अभियान को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं एक हफ्ते तक सिर्फ इसी काम पर फोकस करें और यह सुनिश्चित करें कि किसी भी बाहरी व्यक्ति का फर्जी दस्तावेज़ बनकर वोटर लिस्ट में शामिल न हो।
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इन्हीं निर्देशों के बाद गाजियाबाद के लोनी से विधायक नंदकिशोर गुर्जर आज झुग्गी बस्तियों में पहुंचे और लोगों के दस्तावेज़ों किन जांच की।
लोनी की इस झुग्गी बस्ती में आज अचानक विधायक नंदकिशोर गुर्जर पहुंचे। जैसे ही उन्होंने लोगों से नाम और पहचान पत्र पूछने शुरू किए, भीड़ में हलचल देखने को मिली।
एक व्यक्ति से जब उनका नाम और आधार दिखाने को कहा गया तो उसने खुद को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद का रहने वाला बताया—लेकिन आधार कार्ड दिखाने के लिए अंदर जाने की बात कहकर वह मौके से गायब हो गया।
विधायक ने यहां मौजूद अन्य लोगों के दस्तावेज़ भी देखे। उनका दावा है कि कई आधार कार्ड संदिग्ध मिले। हालांकि इन दस्तावेज़ों की अंतिम पुष्टि प्रशासन द्वारा जांच के बाद ही होगी।
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“मुख्यमंत्री जी के आदेश बहुत स्पष्ट हैं—फर्जी दस्तावेज़ किसी भी हालत में स्वीकार नहीं होंगे। लोनी के कई इलाकों की हम जांच कर रहे हैं। जल्द ही यहां डिटेक्शन सेंटर बनाने की प्रक्रिया शुरू होगी, ताकि संदिग्ध मामलों की पहचान तेज़ी से और पारदर्शिता के साथ हो सके।”
लोनी क्षेत्र दिल्ली से बिल्कुल सटा हुआ है, जहां जनसंख्या तेजी से बढ़ती है। इसी वजह से पहचान सत्यापन और दस्तावेज़ों की जांच प्रशासन की प्राथमिकता में है। इनको बिजली भी मिल जाती है बिजली चेयरमैन को ध्यान देना चाहिए हम मंत्री जी से बात करेंगे एसडीओ पर मुकदमा होना चाहिए
संदिग्ध दस्तावेज़ों की जांच किस दिशा में आगे बढ़ती है—यह आने वाले दिनों में साफ़ होगा।
रिपोर्ट-फारूक, सहारा समय


























