प्रतापगढ़: हिस्ट्रीशीटर से नजदीकियों और भ्रष्टाचार के आरोपों में फंसे पूर्व शहर कोतवाल जयचंद भारती अब पुलिस की पकड़ से बाहर हैं. कई दिनों से फरार चल रहे जयचंद भारती पर कौशांबी पुलिस अधीक्षक (SP) राजेश कुमार ने 25 हजार रुपए का ईनाम घोषित कर दिया है. मामला सामने आने के बाद पूरे जिले की पुलिस अलर्ट हो गई है और उनकी तलाश तेज़ कर दी गई है.
गोलीकांड से खुला भ्रष्टाचार का राज
यह पूरा मामला 17 जुलाई को सामने आया, जब नगर कोतवाली क्षेत्र के बिहार गंज में हिस्ट्रीशीटर मससन अली और उसके साथियों ने दो व्यापारी चचेरे भाइयों पर गोली चलाकर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया, इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी. गोलीकांड के तुरंत बाद तत्कालीन एसपी डॉ. अनिल कुमार ने शहर कोतवाल जयचंद भारती समेत कई पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था, जांच के दौरान यह खुलासा हुआ कि गोलीकांड से पहले हिस्ट्रीशीटर मससन अली और कोतवाल जयचंद भारती के बीच गहरी सांठगांठ थी.
हिस्ट्रीशीटर से लिया था पैकेट
जांच में सामने आया कि मससन अली ने गोलीकांड से पहले शहर कोतवाल जयचंद भारती से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की थी, इस दौरान उसने उन्हें एक पैकेट भी दिया था. यही नहीं, घटना से ठीक पहले दोनों के बीच तीन बार मोबाइल पर बातचीत भी हुई थी, इन खुलासों ने पुलिस विभाग की कार्यशैली और पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर दिए. इसके बाद मामले को गंभीर मानते हुए तत्कालीन शहर कोतवाल के खिलाफ भ्रष्टाचार का केस दर्ज कराया गया.
भ्रष्टाचार का केस दर्ज, फिर हुए फरार
आईजी प्रयागराज अजय कुमार मिश्रा के आदेश पर शहर कोतवाल नीरज यादव ने जयचंद भारती के खिलाफ भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज कराया, केस दर्ज होते ही जयचंद भारती मिर्जापुर स्थित अपने आवास पर ताला बंद कर सपरिवार फरार हो गए.
पुलिस की लगातार छापेमारी नाकाम
मामले की विवेचना कौशांबी मंझनपुर सीओ शिवांक सिंह और उनकी टीम कर रही है। टीम ने कई बार जयचंद भारती के ठिकानों पर दबिश दी लेकिन अब तक उनका कोई सुराग नहीं मिल पाया है. उनकी गिरफ्तारी पुलिस के लिए अब भी एक बड़ी चुनौती बनी हुई है.
अब घोषित हुआ 25 हज़ार का इनाम
लंबे समय से गिरफ्तारी से बच रहे जयचंद भारती पर अब कौशांबी एसपी राजेश कुमार ने 25 हज़ार रुपए का ईनाम घोषित कर दिया है. पुलिस को उम्मीद है कि इस इनाम की घोषणा के बाद फरार कोतवाल की जानकारी जल्द मिल जाएगी और उसे गिरफ्तार किया जा सकेगा.
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