गाजियाबाद।गाजियाबाद में आज उस समय राजनीतिक हलचल तेज हो गई जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन से पहले ही कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के उत्तर प्रदेश महासचिव अकबर चौधरी और किसान नेता अनुज चौधरी को गाजियाबाद प्रशासन द्वारा घर में नजरबंद (हाउस अरेस्ट) कर लिया गया। दोनों नेताओं का कहना है कि उन्हें बिना किसी पूर्व सूचना या लिखित आदेश के घर से बाहर निकलने नहीं दिया गया, जबकि आज उन्हें दो महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में हिस्सा लेने जाना था। Winter में केला–संतरा खतरनाक? डॉक्टर बोले—सावधान!
जानकारी के अनुसार, आज अकबर चौधरी के नेतृत्व में कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल सहायक पुलिस आयुक्त शालीमार गार्डन से मुलाकात कर HRD कार्यकर्ता गौरव सिंह राजपूत के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने हेतु ज्ञापन देने वाला था। नेताओं का आरोप है कि गौरव सिंह राजपूत द्वारा की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणी और धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाली बयानबाजी पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है, जिसके विरोध में वे ज्ञापन देने जा रहे थे।
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इसके साथ ही, कांग्रेस और किसान समर्थक दलों ने गाजियाबाद वेव सिटी प्रोजेक्ट के खिलाफ संघर्ष कर रहे किसानों के समर्थन में आयोजित किसान महापंचायत में शामिल होना था, जिसका आयोजन किसान समिति के अध्यक्ष एवं पूर्व महानगर महासचिव कांग्रेस कमेटी श्री अनुज चौधरी द्वारा किया गया था। किसानों की मांग है कि वेव सिटी प्रोजेक्ट में अधिग्रहित जमीन के बदले उचित मुआवजा और समझौता किया जाए, लेकिन लंबे समय से किसान न्याय के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
लेकिन इससे पूर्व ही, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गाजियाबाद दौरे के चलते पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए दोनों नेताओं को घर में ही बंद कर दिया, और बाहर निकलने या किसी सभा-प्रदर्शन में शामिल होने की अनुमति नहीं दी। इस कार्रवाई के बाद कांग्रेस नेताओं में भारी रोष देखने को मिला।
अकबर चौधरी ने प्रशासनिक कार्रवाई को कठोर शब्दों में निंदा करते हुए कहा: “क्या प्रशासनिक अधिकारियों से मिलकर अपनी मांग रखना और किसानों की आवाज उठाना उत्तर प्रदेश में अपराध है? अगर यह अपराध है, तो हम यह अपराध बार-बार करेंगे। हम अपने नबी की शान में गुस्ताखी बर्दाश्त नहीं करेंगे और न ही किसानों पर हो रहे अत्याचार को सहन करेंगे। हमारा विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।”
उन्होंने कहा कि अगर सरकार और प्रशासन वेव सिटी बिल्डरों से जल्द किसानों का समझौता कराने में असफल रहते हैं, तो गाजियाबाद में वेव सिटी के खिलाफ बहुत बड़ा जन आंदोलन शुरू किया जाएगा।

कार्यक्रम में मौजूद प्रमुख पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं में शामिल रहे: वार्ड 66 व 64 मंडल अध्यक्ष मुन्तयाज सैफी, गुलफाम चौधरी, मोनू सैफी, मुदस्सर खान, निजामुद्दीन, कमरुल खान, मोनू भाई, अयान उर्फ मोनू, इरफान सैफी सहित अनेक कार्यकर्ता मौके पर उपस्थित रहे और उन्होंने भी प्रशासनिक कार्रवाई का विरोध किया।
नेताओं ने यह भी कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में विरोध दर्ज करना और आवाज उठाना संवैधानिक अधिकार है, जिसे रोकना लोकतंत्र के सिद्धांतों के खिलाफ है।
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