मुरादाबाद: जनपद के कटघर थाना क्षेत्र में 27 सितंबर को व्यापारी हाजी जफर से एक करोड़ रुपए की रंगदारी मांगने और रंगदारी न देने पर उनके घर पर फायरिंग करने वाले दो शातिर बदमाश आखिरकार पुलिस मुठभेड़ में ढेर हो गए. यह वही घटना थी जिसने शहर के व्यापारियों और एक्सपोर्टर्स में दहशत फैला दी थी.
मुरादाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल के अनुसार, रंगदारी कांड में शामिल बदमाशों की पहचान आसिफ और दीनू, निवासी जनपद मेरठ के रूप में हुई थी, दोनों अपराधियों की तलाश मेरठ एसटीएफ यूनिट और मुरादाबाद पुलिस संयुक्त रूप से कर रही थी. आगे की जांच में पता चला कि अदालत से इनके विरुद्ध एनबीडब्ल्यू वॉरंट जारी किया गया था, जिसके बाद आसिफ पर 1 लाख और दीनू पर 50 हज़ार रुपए का इनाम घोषित किया गया था. जानकारी के मुताबिक, आसिफ के खिलाफ करीब 65 आपराधिक मुकदमे, जबकि दीनू के खिलाफ दो दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। दोनों इंटरस्टेट अपराधी थे और लूट, हत्या और रंगदारी सहित गंभीर वारदातों में शामिल रहे हैं.

आज सुबह पुलिस को इंटेलिजेंस इनपुट मिला कि ये दोनों एक और वारदात की साजिश रच रहे हैं। इस पर मेरठ एसटीएफ और मुरादाबाद पुलिस की संयुक्त टीम ने भोजपुर थाना क्षेत्र में घेराबंदी की, खुद को घिरा देख बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोली चलाई, जिसमें एसएसपी सतपाल अंतिल और एडिशनल एसपी एसटीएफ की बुलेटप्रूफ जैकेट पर गोली लगी, लेकिन वे सुरक्षित रहे.
पुलिस की जवाबी फायरिंग में दोनों बदमाश गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तत्काल जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया, इस मुठभेड़ के बाद पुलिस और एसटीएफ टीम ने राहत की सांस ली है. वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि यह कार्रवाई शहर में कानून व्यवस्था बनाए रखने और अपराधियों के खिलाफ सख्ती दिखाने का उदाहरण है.
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