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1.64 करोड़ साइबर ठगी का मास्टरमाइंड गिरफ्तार

साइबर क्राइम थाना पुलिस ने ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह के एक और सदस्य को गिरफ्तार किया है. आरोपी ने व्हाट्सएप पर लिंक भेजकर लोगों की आईडी-पासवर्ड बनवाए और उनके खातों से पैसे हड़पे. इस बार पकड़े गए अभियुक्त की पहचान अकीब जावेद पुत्र मोहम्मद शकील, निवासी वार्ड नंबर-12, मोहल्ला नई बस्ती, थाना जसपुर (जिला ऊधम सिंह नगर, उत्तराखंड) के रूप में हुई है. पुलिस ने उसके कब्जे से एक मोबाइल फोन भी बरामद किया है, जिसका इस्तेमाल वह धोखाधड़ी में करता था.

कैसे हुआ खुलासा?

गालशहीद क्षेत्र के एक पीड़ित ने पुलिस को बताया कि दिल्ली निवासी जियान अरोड़ा नामक शख्स ने उसे ऑनलाइन ट्रेडिंग में ऊँचे मुनाफे का लालच दिया. इसके लिए व्हाट्सएप पर लिंक भेजकर आईडी बनाई गई और पहचान पत्रों की कॉपी ली गई. इसके बाद गिरोह ने धीरे-धीरे अलग-अलग 13 बैंक खातों में कुल ₹1,64,96,474/- रुपये जमा करवा लिए.

शिकायत के आधार पर साइबर क्राइम थाने में केस नंबर 16/2025 धारा 318(4), 317(2) बीएनएस और धारा 66D आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया.

पुलिस की कार्रवाई

डीआईजी मुरादाबाद रेंज मुनीराज जी और एसएसपी सत्यपाल अंतिल के निर्देश पर पुलिस टीम ने तकनीकी जांच की. पहले ही इस केस में नाजिम अली, खिलाफत, अमन और अदनान को गिरफ्तार किया जा चुका है. अब पांचवें आरोपी अकीब जावेद को भी पकड़ लिया गया है. उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.

पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा

अकीब ने पूछताछ में बताया कि गिरोह ने बैंक ऑफ बड़ौदा, जसपुर शाखा में जीएसटी और एमएसएमई पंजीकरण के सहारे खाते खुलवाए थे. आरोपी नेपाल के होटलों में रहकर व्हाट्सएप कॉल के जरिए ठगी करते थे और वहीं से खातों का संचालन भी करते थे. पुलिस जांच में सामने आया कि उनके खातों में करोड़ों रुपये का लेन-देन हुआ है और देशभर के कई राज्यों में इनके खिलाफ शिकायतें दर्ज हैं.

अब तक कितनी रकम वापस हुई?

पुलिस ने कार्रवाई करते हुए शिकायतकर्ता के खातों से जुड़े ₹47,66,507 रुपये फ्रीज कर दिए हैं. इनमें से ₹20 लाख रुपये पीड़ित को वापस भी किए जा चुके हैं, जबकि बाकी रकम की रिकवरी की प्रक्रिया अभी जारी है.

साइबर ठगों का तरीका

व्हाट्सएप पर फर्जी लिंक भेजकर आईडी-पासवर्ड बनवाना.

ट्रेडिंग में बड़े मुनाफे का झांसा देना.

जीएसटी और एमएसएमई पंजीकरण के जरिए बैंक खाते खोलना.

बॉर्डर क्रॉस कर नेपाल जाकर वहां से कॉल और अकाउंट ऑपरेट करना.

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