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Mathura: हिंदुओं की संख्या हो रही है कम-धीरेन्द्र शास्त्र

मथुरा: धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की ‘सनातन हिंदू एकता पदयात्रा’ का आठवां दिन मथुरा। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री द्वारा दिल्ली से वृंदावन तक निकाली जा रही सनातन हिंदू एकता पदयात्रा का आठवें दिन भी जगह-जगह भव्य स्वागत किया गया।

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यात्रा का विवरण और उपस्थिति
आठवें दिन यह पदयात्रा कोसीकलां की मंडी से शुरू हुई और लगभग 15 किलोमीटर आगे चलकर पड़ाव तक पहुँची। इस यात्रा में आम लोगों के साथ-साथ कई राजनीतिक हस्तियां भी शामिल हुईं। प्रमुख रूप से राजा भैया उर्फ रघुराज प्रताप सिंह धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी से मिलने पहुंचे।

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स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव
दिल्ली से मथुरा तक की इस पदयात्रा के दौरान धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की तबीयत कई बार खराब हुई। डॉक्टरों द्वारा आराम करने की सलाह दिए जाने के बावजूद, सनातन प्रेमियों के जोश को देखते हुए उन्होंने यात्रा जारी रखी। नेशनल हाईवे पर यात्रा के दौरान, गांव अजीजपुर के समीप उनके स्वास्थ्य में नरमी देखने को मिली और वे कई जगह हाईवे पर ही लेट गए। इस दौरान महंत राजू दास, बद्रीनाथ वाले महाराज बाल योगेश्वर दास और अन्य लोग उन्हें हवा करते दिखाई दिए।

पदयात्रा का उद्देश्य
पदयात्रा के दौरान बातचीत में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि आज सामाजिक समरसता और हिंदू एकता के लिए यह आठवां दिन है। उन्होंने इसे 150 करोड़ भारतीयों की 150 किलोमीटर की पदयात्रा बताया। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य देश में छुआछूत और भेदभाव को खत्म करना है। उन्होंने कहा कि लाखों हिंदू एकजुट होकर इसका स्वागत कर रहे हैं और अपने मन में संकल्प लेकर जा रहे हैं।

दिल्ली की घटना और मुस्लिम समुदाय को संदेश
दिल्ली की घटना पर टिप्पणी करते हुए धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि यह देश का दुर्भाग्य है कि दंगाई, आतंकी और मजहबी कौम के बहुत लोग हैं, जिनकी शिक्षा नीति में बम धमाका करने वाले लोग शामिल हैं। उन्होंने कहा, “हम सनातनी लोग नारियल फोड़ते हैं, इस देश में कुछ लोग ऐसे हैं जिनकी विचारधारा बम फोड़ने की है।” उन्होंने मुस्लिम समुदाय से अपनी शिक्षा नीति में सुधार करने की अपील करते हुए कहा कि उनके यहां से आतंकवादी न निकलें, बल्कि अब्दुल कलाम जैसे लोग निकलें।

मेवात में हिंदुओं की संख्या पर चिंता
मेवात क्षेत्र में हिंदुओं की संख्या कम होने के मुद्दे पर उन्होंने चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि 150 गांवों में हिंदू घट रहे हैं और वहां पर हिंदू बढ़ाने चाहिए।

मथुरा से हेमंत शर्मा