लगभग 34 महीने बाद कानपुर के चर्चित नेता और समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक इरफान सोलंकी जेल से बाहर आने जा रहे हैं. मंगलवार सुबह उनकी रिहाई की प्रक्रिया शुरू हुई, जिससे परिवार और समर्थकों में खुशी का माहौल देखने को मिला. यह रिहाई उनके जीवन में एक नई शुरुआत और परिवार के लिए राहत लेकर आई है.
पत्नी और बेटे पहुंचे जेल
इरफान सोलंकी की पत्नी और वर्तमान विधायक नसीम सोलंकी अपने दोनों बेटों के साथ सुबह जेल पहुंचीं. सुरक्षा कारणों से बेटों को जेल गेट पर ही रोक दिया गया, जबकि नसीम जेल के अंदर जाकर पति से मिलीं. जेल के बाहर मौजूद समर्थकों ने भी इस खुशी के मौके पर उत्साह व्यक्त किया. नसीम सोलंकी ने कहा कि अब उनके पति जल्द ही घर लौटेंगे और परिवार के साथ समय बिताएंगे.
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
पूर्व विधायक की रिहाई को देखते हुए जेल के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई थी. लगभग 20 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किए गए. परिवार द्वारा लाए गए कपड़े और अन्य जरूरी सामान को भी जेल प्रशासन द्वारा स्वीकार कर लिया गया.
हाईकोर्ट से मिली जमानत
इरफान सोलंकी को चार दिन पहले इलाहाबाद हाईकोर्ट ने गैंगस्टर एक्ट के मामले में जमानत दे दी थी. यह उनका आखिरी मामला था, जिसमें उन्हें जमानत नहीं मिली थी. हाईकोर्ट से कानपुर जेल तक दस्तावेजों के पहुंचने में समय लगने के कारण उनकी रिहाई तीन दिन तक अटकी रही.
10 केस और 7 साल की सजा
इरफान सोलंकी के खिलाफ अब तक कुल 10 मामले दर्ज हैं. वह 2 दिसंबर 2022 से जेल में बंद थे. 7 जून 2024 को कानपुर में एक महिला की जमीन पर आगजनी मामले में उन्हें 7 साल की सजा सुनाई गई थी. इस सजा के बाद उनकी विधायक की कुर्सी चली गई. उपचुनाव में उनकी पत्नी नसीम सोलंकी ने चुनाव जीतकर विधायक बनीं.
समर्थकों में खुशी
पूर्व विधायक की रिहाई की खबर से उनके समर्थकों में उत्साह है. लोग मानते हैं कि जेल से बाहर आने के बाद इरफान सोलंकी अपने परिवार के साथ समय बिताएंगे और राजनीतिक गतिविधियों में भी सक्रिय हो सकते हैं.
Report – Ashwani Kumar Dubey
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