गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट में भ्रष्टाचार और लापरवाही के मामलों को लेकर बड़ी कार्रवाई की गई है. जिले के अलग-अलग थानों में तैनात 8 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है. इनमें कुछ पर रिश्वतखोरी के आरोप हैं तो कुछ के खिलाफ फीडबैक सेल के माध्यम से नकारात्मक प्रतिक्रिया आई थी. पुलिस विभाग ने साफ़ किया है कि सेवा में लापरवाही या भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
मधुबन बापूधाम थाने के 3 पुलिसकर्मी निलंबित
सबसे ज्यादा कार्रवाई मधुबन बापूधाम थाने में हुई है. यहां तैनात उप निरीक्षक ऋषभ शुक्ला, मुख्य आरक्षी संदीप मलिक और आरक्षी दलबीर सिंह पर नकारात्मक फीडबैक मिलने के बाद निलंबन किया गया. इनके अलावा आरक्षी शाहनवाज को भी कार्रवाई का सामना करना पड़ा.
अन्य थानों के पुलिसकर्मी भी कार्रवाई की चपेट में
कौशांबी थाने से उप निरीक्षक प्रदीप कुमार और नगर कोतवाली से आरक्षी अवधेश चौधरी को भी निलंबित कर दिया गया. लोनी बॉर्डर थाने में तैनात आरक्षी पुष्पेंद्र सिरोही का आडियो सामने आने के बाद उन पर कार्रवाई की गई, जिसमें वह ऑटो चालकों से पैसों की बात कर रहा था. इसके अलावा यातायात पुलिस के मुख्य आरक्षी संजय कुमार को भी निलंबित किया गया.
भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस
एडिशनल सीपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि फीडबैक सेल और कंट्रोल रूम के जरिए लगातार लोगों से पुलिस सेवाओं पर प्रतिक्रिया ली जाती है. इन्हीं प्रतिक्रियाओं की समीक्षा कर यह कार्रवाई की गई है. पुलिस कमिश्नरेट का कहना है कि जनता के भरोसे को बनाए रखने के लिए भ्रष्टाचार और लापरवाही पर सख़्त रवैया अपनाया जाएगा.
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रिपोर्टर अम्बुज उपाध्याय