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बिरयानी पर विवाद: लाठी, डंडा, पत्थर सब चला, खूनी रंजिश

मुरादाबाद, उमरी गांव में कई घंटे तक भयंकर पथराव. दो पक्षों के बीच जमकर चली ईंट. पुलिस के सामने उपद्रव, कई लोग हुए घायल. पंचायत चुनाव की पुरानी रंजिश ने खूनी रूप लिया. गांव के दो पक्षों के बीच सुबह से लेकर शाम तक कई बार जमकर पथराव हुआ. पथराव से पूरे गांव में मची अफरातफरी. बिरयानी की दुकान पर बिरयानी खाने के दौरान दोनों पक्ष आमने सामने आए थे . आरोपियों को पकड़ने को दबिश दे रही पुलिस. बवाल का वीडियो तेजी से हो रहा वायरल. पाकबड़ा थाना क्षेत्र के उमरी गांव की घटना.

बिरयानी को लेकर विवाद

सुबह का विवाद एक धार्मिक जुलूस के दौरान शुरू हुआ. गांव में रहने वाले राशन डीलर खलील के परिवार ने जुलूस के लिए बिरयानी बनाई थी. इसी दौरान दूसरे गुट, जिसका नेतृत्व आरिफ कर रहा था उसके साथ के कुछ लोग भी बिरयानी खाने पहुंच गए. इसी बात को लेकर दोनों पक्षों के बीच तीखी बहस हो गई और देखते ही देखते यह बहस पथराव में बदल गई. मौके पर पहुंची पुलिस और लोगों ने किसी तरह मामला शांत कराया और जुलूस को आगे बढ़ने दिया.
दरअसल, दोनों गुटों के बीच यह रंजिश काफी पुरानी है. गांव के लोगों की शिकायत के बाद राशन डीलर खलील की दुकान रद्द कर दी गई थी, जिसके बाद से खलील का परिवार दूसरे गुट आरिफ से रंजिश रखता था. यह पुरानी दुश्मनी पंचायत चुनाव के दौरान और गहरी हो गई थी.

शाम को फिर भड़का उपद्रव

ऐसा लगा कि सुबह का विवाद खत्म हो गया है, लेकिन शाम को पुरानी रंजिश एक बार फिर सिर उठा गई. दोनों गुट एक बार फिर आमने-सामने आ गए. इस बार स्थिति और भी गंभीर हो गई . दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर जमकर पथराव और फायरिंग की. यह उपद्रव लगभग एक घंटे तक चलता रहा.

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इस दौरान गांव में अफरा-तफरी का माहौल बन गया. लोग अपने अपने घरों में दुबक गए. सूचना मिलते ही थाना प्रभारी योगेश कुमार भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर, लाठियां भांजकर उपद्रवी तत्वों को खदेड़ा और दोनों पक्षों को उनके घरों के अंदर जाने के लिए मजबूर किया.

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इस हिंसक झड़प में कई लोग घायल हो गए . हालांकि अभी तक घायलों की संख्या की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन शुरुआती जानकारी के अनुसार, एक दर्जन से अधिक लोग घायल हुए है,पुलिस ने घायालो को अस्पताल भेजा है.

पुलिस ने बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है और गांव में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है और उपद्रवियों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही करने की बात कही है!

गांव में पथराव, मारपीट और हिंसक झड़प की कई घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन पुलिस पर राजनीतिक दबाव के कारण इन मामलों में कोई ठोस कार्यवाही नहीं हो पा रही है. पुलिस द्वारा आधा दर्जन से ज्यादा एफआईआर दर्ज किए जाने के बावजूद, किसी भी मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं होने से दोनों गुटों के हौसले बुलंद हैं, जिससे आए दिन गांव में तनाव का माहौल बना रहता है.

जब पथराव शुरू हुआ गांव के लोग घरों में कैद हो गये. पथराव इतना जबर जस्त था की कई राहगीर भी इस पथराव में घायल हो गये है. लोगों ने बताया की चुनाव की रंजिश में यह लोग आम लोगों को भी निशान बना लेते है. देर शाम तक पुलिस उपद्रव करने वालों की तलाश करने के लिए जगह जगह छापा मारी करके उनको पकड़ने के लिए प्रयास कर रही है. कई लोगो को पुलिस ने अपनी हिरासत में लिया है.

रिपोर्ट- भोला वर्मा, सहारनपुर