अलीगढ़: थाना बन्नादेवी क्षेत्र स्थित आर्य प्राइवेट अस्पताल में कथित चिकित्सीय लापरवाही के चलते एक 10 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई. बच्चे की मृत्यु की सूचना मिलते ही परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया, स्थिति बिगड़ती देख डॉक्टर और अस्पताल स्टाफ मौके से फरार हो गए. घटना की जानकारी पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया और बच्चे के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया, पुलिस अब परिजनों से तहरीर लेकर मामले की जांच में जुट गई है.
ऑपरेशन के दौरान बिगड़ी हालत, दूसरे अस्पताल ले जाते समय मिली मौत की पुष्टि
परिजनों के अनुसार, आर्य प्राइवेट अस्पताल में बच्चे का ऑपरेशन किया जा रहा था, इसी दौरान उसकी स्थिति गंभीर रूप से बिगड़ गई. डॉक्टर और स्टाफ ने आनन-फानन में बच्चे को दूसरे अस्पताल रेफर कर दिया, वहां पहुंचने पर डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया परिजन बच्चे का शव वापस लेकर आर्य प्राइवेट अस्पताल पहुंचे और लापरवाही के आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे. बढ़ते तनाव को देखते हुए अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ अस्पताल छोड़कर फरार हो गए.
पिता का आरोप—लापरवाही से गया इकलौता बेटा
मृतक बच्चे के पिता नरेंद्र, निवासी थाना गभाना क्षेत्र के गांव हुर्सेन, ने बताया कि उनका 10 वर्षीय बेटा आठ साल पहले जल गया था. इलाज के बाद उसके प्राइवेट पार्ट्स में स्किन की समस्या हो गई थी, जिसके चलते उसे अत्यधिक तकलीफ होती थी,
उन्होंने बताया कि “बच्चे को अलीगढ़ के एक निजी अस्पताल में दिखाया गया, जहां डॉक्टर ने ऑपरेशन की सलाह दी। शाम को ऑपरेशन किया गया, लेकिन इस दौरान ही बच्चे की स्थिति खराब हो गई. डॉक्टरों ने बिना जानकारी दिए उसे दूसरे अस्पताल भेज दिया, जहां पता चला कि मेरा बच्चा मर चुका है.” पिता ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए न्याय की मांग की है, बच्चे की मौत से परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है.

पुलिस ने संभाली स्थिति, जांच शुरू
पुलिस के अनुसार, मामले में परिजनों से तहरीर लेकर जांच शुरू कर दी गई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी, अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ की तलाश की जा रही है. यह घटना एक बार फिर निजी अस्पतालों में लापरवाही और निगरानी तंत्र पर गंभीर सवाल खड़ा करती है.

रिपोर्ट- आशीष वार्ष्णेय
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