पटना : राजधानी पटना बुधवार को जन आक्रोश का गवाह बनी, जब जन सुराज के संयोजक प्रशांत किशोर और उनके समर्थकों पर विधानसभा मार्च के दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. यह घटना सरदार पटेल गोलंबर के पास हुई, जहां पहले से लगाए गए बैरिकेड को तोड़कर जन सुराज कार्यकर्ता विधानसभा की ओर बढ़ने लगे.
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इस लाठीचार्ज में एक नेता का सिर फट गया जबकि कई अन्य घायल हो गए. प्रशांत किशोर शांतिपूर्ण ढंग से सरकार को ज्ञापन सौंपना चाहते थे, जिसमें राज्य सरकार द्वारा दो साल पहले किए गए वादों को याद दिलाया गया था.
प्रशांत किशोर ने कहा, “पिछले दो वर्षों में 94 लाख परिवारों को दो-दो लाख रुपये देने का वादा किया गया था. लेकिन आज तक किसी को एक रुपया तक नहीं मिला.” उन्होंने यह भी बताया कि इस ज्ञापन पर एक करोड़ से अधिक लोगों ने हस्ताक्षर किए हैं.
लाठीचार्ज के बाद PK ने आक्रोशित स्वर में कहा-
“हम मुख्यमंत्री से मिलकर जनता की बात रखना चाहते थे, लेकिन हमारी आवाज़ को दबाने के लिए लाठी चलाई गई. अभी तो जंग की शुरुआत है. तीन महीने में इनका जीना हराम कर देंगे.”
जन सुराज में हाल ही में शामिल यूट्यूबर मनीष कश्यप ने भी सरकार को घेरते हुए कहा कि सरकार ने जमीन देने और बेरोजगारों को सहायता देने के नाम पर सिर्फ झूठे वादे किए हैं.
उन्होंने कहा, “बिहार में विकास का नामोनिशान नहीं है. एयरपोर्ट छोटा है, सड़क निर्माण में घोटाला हुआ है. तीन-चार महीने में सरकार को बदल देंगे.”
घटना के बाद प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो गए हैं, जबकि विपक्ष ने इसे लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन बताया है.
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