धनबाद : कोयला नगरी, औद्योगिक राजधानी और आधुनिक झारखंड का हृदय
झारखंड के पूर्वी भाग में स्थित धनबाद जिला, जिसे “कोयला नगरी” (Coal Capital of India) के नाम से जाना जाता है, देश का प्रमुख औद्योगिक और खनिज संसाधनों वाला जिला है। यहाँ स्थित झरिया और कतरास क्षेत्र के कोयला खदानें विश्वविख्यात हैं। भारत की ऊर्जा आवश्यकताओं में धनबाद का महत्वपूर्ण योगदान है। साथ ही यह जिला शिक्षा, तकनीकी संस्थानों और आधुनिक शहर के तौर पर भी तेज़ी से विकसित हो रहा है।
धनबाद की पहचान सिर्फ कोयले तक सीमित नहीं, यहाँ की रेल नेटवर्क, इस्पात उद्योग, पावर प्लांट, टेक्निकल हब और शहरी सुविधाएँ इसे झारखंड का एक अग्रणी जिला बनाती हैं।
भारत का कोयला राजधानी कहलाने वाला जिला 24 अक्टूबर, 1956 ई. में इस जिला का गठन हुआ। धनबाद जिला झारखंड राज्य का एक प्रमुख औद्योगिक और खनिज-संपन्न क्षेत्र है। इसे “भारत की कोयला राजधानी” कहा जाता है, क्योंकि यहाँ बड़े पैमाने पर कोयला खनन होता है। यह जिला औद्योगिक विकास, शिक्षा और शहरीकरण के क्षेत्र में भी अग्रणी रहा है।
स्थिति:
स्थान: झारखंड के पूर्वी भाग में
प्रमंडल: उत्तर छोटानागपुर प्रमंडल (मुख्यालय — हज़ारीबाग़)
जिला मुख्यालय: धनबाद
स्थापना: 24 अक्टूबर 1956 (मनसा के तौर पर हज़ारीबाग़ से अलग होकर)
सीमाएँ:
उत्तर: गिरिडीह जिला
दक्षिण: पश्चिम बंगाल (बांकुड़ा, पुरुलिया जिला)
पूर्व: जामताड़ा, पश्चिम बंगाल
पश्चिम: बोकारो जिला
भौगोलिक व जनसांख्यिकीय जानकारी:
क्षेत्रफल: ~2,040 वर्ग किमी
जनसंख्या (2011): 26,84,487
पुरुष: ~14,05,956
महिलाएँ: ~12,78,531
जनसंख्या घनत्व: ~1,315 व्यक्ति/वर्ग किमी
लिंगानुपात: ~910
साक्षरता दर: ~74.52%
पुरुष: ~83%
महिलाएँ: ~65%
राजनीतिक संरचना:
लोकसभा क्षेत्र: धनबाद (सामान्य)
विधानसभा क्षेत्र:
- धनबाद
- झरिया
- सिंदरी
- टुंडी
- निरसा
जातीय अनुपात (अनुमानित):
ST (जनजातीय): ~8% (मुख्यतः संथाल, मुंडा, उराँव)
SC: ~14%
OBC: ~42%
अन्य: ~36% (सवर्ण, मुस्लिम, बंगाली, अन्य समुदाय)
प्रमुख भाषाएँ:
हिंदी
खोरठा
बंगाली
संथाली
अंग्रेज़ी
नागपुरी
बोली: स्थानीय बोलियाँ
प्रमुख फसलें:
धान
गेंहूँ
मक्का
चना
सरसों
सब्जियाँ
(धनबाद औद्योगिक जिला है, कृषि का प्रतिशत अपेक्षाकृत कम है)
प्रमुख नदियाँ:
दामोदर नदी
बराकर नदी
कान्ही नदी
छोटी नदियाँ व नाले
पर्यटन स्थल व धार्मिक केंद्र:
बिरसा मुंडा पार्क
टॉपचांची झील
बरकार बैराज
मां शीतला मंदिर (झरिया)
धर्मशाला – पंजाबी मंदिर
गणेश मंदिर, सिंदरी
बुद्ध मंदिर (धनबाद शहर)
कोयला खदानों के भ्रमण स्थल
औद्योगिक व विकास परियोजनाएँ:
झरिया कोलफील्ड्स — BCCL (Bharat Coking Coal Limited)
CIL (Coal India Limited) — मुख्यालय
IISCO (Indian Iron & Steel Co.)
SINDRI Fertilizer Plant (revival in process)
बिजली संयंत्र (thermal power plants)
भारी उद्योग, लघु व कुटीर उद्योग
रियल एस्टेट व आईटी आधारित सर्विसेज
कोलवाशरीज़
रेलवे का बड़ा जंक्शन (धनबाद डिवीजन)
शिक्षा:
IIT (ISM) Dhanbad — देश के प्रमुख तकनीकी संस्थानों में से एक
BIT Sindri — इंजीनियरिंग कॉलेज
SSLNT Women’s College
Central Institute of Mining and Fuel Research (CIMFR)
अन्य विश्वविद्यालय/कॉलेज
Navodaya Vidyalaya
CBSE, ICSE, झारखंड बोर्ड के अनेक स्कूल्स
संस्कृति और परंपराएँ:
लोक नृत्य: झूमर, करमा, नागपुरी नृत्य
प्रमुख पर्व: छठ पूजा (धनबाद में बहुत प्रसिद्ध), दुर्गा पूजा, दीपावली, सरस्वती पूजा, होली, ईद, क्रिसमस
कोयला मजदूरों की सांस्कृतिक छवि
आधुनिक कला और युवा सांस्कृतिक कार्यक्रम
विशेषताएँ:
भारत की कोयला राजधानी
औद्योगिक और आर्थिक दृष्टि से झारखंड का सबसे विकसित जिला
खनिज संसाधनों से समृद्ध
IIT-ISM जैसा प्रख्यात शैक्षणिक संस्थान
रेलवे और सड़क नेटवर्क का मजबूत आधार
शहरी विकास और तकनीकी प्रगति
झारखंड का सबसे शहरीकृत और उच्चतम GDP वाला जिला
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