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Jharkhand: सिमडेगा के बारे में Full Information

सिमडेगा : खेल, संस्कृति और प्रकृति की धरती, सिमडेगा झारखंड राज्य का एक महत्वपूर्ण दक्षिणी जिला है, जो अपनी आदिवासी सांस्कृतिक विरासत, प्राकृतिक सुंदरता और खेल प्रतिभाओं—विशेषकर हॉकी के लिए—विशेष पहचान रखता है। यह जिला खूबसूरत जंगलों, झरनों और पठारी मैदानों से घिरा हुआ है। यह क्षेत्र मुख्य रूप से खड़िया, मुंडा, उराँव जैसे जनजातीय समूहों की मातृभूमि रहा है और आज भी उनकी परंपराएँ यहाँ जीवित हैं। सिमडेगा को “हॉकी का हृदयस्थल” भी कहा जाता है।

स्थिति:

प्रमंडल: दक्षिणी छोटानागपुर

मुख्यालय: सिमडेगा नगर

स्थापना: 30 अप्रैल 2001 (रांची से अलग होकर)

सीमाएं:

उत्तर: गुमला जिला

दक्षिण: ओडिशा राज्य (सुंदरगढ़ जिला)

पूर्व: पश्चिम सिंहभूम

पश्चिम: छत्तीसगढ़ राज्य (जशपुर जिला)

भौगोलिक विवरण:

क्षेत्रफल: 3,774 वर्ग किमी

जनसंख्या (2011): 599,578

पुरुष: 301,886

महिलाएँ: 297,692

जनसंख्या घनत्व: 159 व्यक्ति/वर्ग किमी

लिंगानुपात: 986

साक्षरता दर: 67.59% (पुरुष: 76.39%, महिला: 58.75%)

राजनीतिक संरचना:

लोकसभा क्षेत्र: खूंटी (ST)

विधानसभा क्षेत्र: सिमडेगा (ST)

जातीय अनुपात (अनुमानित):

जनजातीय जनसंख्या: ~70% (मुख्यतः उराँव, खड़िया, मुंडा, असुर)

OBC: ~15%

SC: ~4-5%

अन्य: ~10-12%

ईसाई जनसंख्या का उच्च अनुपात (~50%+), विशेषकर उराँव समुदाय में

प्रमुख भाषाएँ:

खड़िया, कुरुख (उराँव), मुंडारी, हिंदी, नागपुरी, अंग्रेज़ी, ओड़िया

प्रमुख फसलें:

धान, मक्का, कोदो, तिलहन, दालें

वन उपज: महुआ, साल बीज, लकड़ी, तेंदूपत्ता

प्रमुख नदियाँ:

संको, छोटा नगी, लाथीकाय, पालकोट नदी

प्राकृतिक व पर्यटन स्थल:

केलाघाघ डैम: सुंदर जलप्रपात व पिकनिक स्थल

रामरेखा धाम: धार्मिक व प्राकृतिक महत्व का स्थल

गुप्ता धाम: प्राकृतिक गुफा और धार्मिक स्थल

बंदीपानी जलप्रपात

सिमडेगा खेल स्टेडियम: हॉकी प्रशिक्षण का केंद्र

भैरवगंज: पहाड़ी और दर्शनीय स्थल

औद्योगिक व विकास परियोजनाएँ:

सीमित पैमाने पर कुटीर उद्योग (लाह, बाँस शिल्प, हस्तशिल्प)

जल संचयन, बाँध व सिंचाई योजनाएँ

महिला स्वंय सहायता समूहों द्वारा कृषि व वन उत्पाद आधारित लघु उद्योग

खेलकूद के लिए बुनियादी ढांचे का विकास, विशेषकर हॉकी अकादमी

खेल में पहचान:

सिमडेगा झारखंड का हॉकी हब है

कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के हॉकी खिलाड़ी यहीं से निकले हैं (जैसे निक्की प्रधान – भारत की महिला हॉकी टीम की खिलाड़ी)

हॉकी टूर्नामेंट और प्रशिक्षण केंद्र नियमित रूप से आयोजित

शिक्षा:

सिमडेगा कॉलेज, सेंट मेरी कॉलेज

कस्तूरबा गांधी विद्यालय, नवोदय विद्यालय

मिशनरी स्कूलों की प्रभावी भूमिका

शिक्षा में अभी भी अपेक्षाकृत पिछड़ापन व संसाधनों की कमी है

संस्कृति और परंपराएँ:

आदिवासी त्योहार: करम, सरहुल, सोहराय, टुसू, जातरा

पारंपरिक नृत्य: पइका, छाऊ, डोमकच, झूमर

वाद्ययंत्र: नगाड़ा, मांदर, बांसुरी

ईसाई त्योहारों का विशेष महत्त्व: क्रिसमस, ईस्टर

विशेषताएँ:

राज्य का सबसे उच्च जनजातीय घनत्व वाला जिला

खेल प्रतिभाओं का गढ़ – विशेषकर हॉकी

घने वन क्षेत्र, जैव विविधता और शांत वातावरण

धार्मिक-सांस्कृतिक समरसता और सामूहिक जीवनशैली

प्राकृतिक जलस्रोतों, झरनों और पर्वतों से भरपूर

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