जमुई : जमुई जिले में बीते 72 घंटों से लगातार हो रही भारी बारिश ने कुन्दरी सनकुरहा पंचायत के कुन्दरी गांव में जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है. जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण गांव की मुख्य सड़कों से लेकर सरकारी कार्यालयों तक हर जगह पानी भरा हुआ है.
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सबसे खराब स्थिति पंचायत सरकार भवन की है, जो अब एक पोखर में तब्दील हो चुका है. यहां कमर तक पानी भर चुका है और पिछले पांच दिनों से सभी सरकारी कार्य ठप पड़े हैं. भवन के चारों ओर पानी भरने से बच्चे उसमें नहाते दिखे, जिससे संक्रामक बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है.
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स्कूल बना तालाब, बच्चों की पढ़ाई पर पानी फिरा
उत्क्रमित मध्य विद्यालय कुन्दरी भी पूरी तरह जलजमाव की चपेट में है.कक्षा के अंदर तक पानी घुस चुका है, जिससे कक्षाएं संचालित नहीं हो पा रही हैं। छात्र जय कुमार (कक्षा 5) और अंकुश कुमार (कक्षा 7) ने बताया कि पांच दिन से वे स्कूल नहीं जा पाए हैं, जबकि शिक्षक महज उपस्थिति लगाकर लौट रहे है.
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किसानों की फसल पर संकट
स्थानीय किसानों का कहना है कि गांव के पश्चिमी छोर पर बनी आत्मनिर्भर राइस मिल ने पूर्व की नहर को अवैध रूप से बंद कर दिया है, जिससे जल निकासी बाधित हो गई है. इसका सीधा असर खेतों पर पड़ा है. ग्रामीणों ने बताया कि करीब 450 एकड़ में लगी धान की फसल पूरी तरह डूब गई है, जिससे लाखों का नुकसान तय है.
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ग्रामीणों का प्रदर्शन
गुस्साए ग्रामीणों ने रविवार को राइस मिल के सामने प्रदर्शन किया और जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर मामले में हस्तक्षेप की मांग की. ग्रामीणों ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, कागज़ों में विकास है, धरातल पर सिर्फ जलजमाव.
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प्रशासन हरकत में, C.O. करेंगी स्थल निरीक्षण
जमुई की अंचलाधिकारी ललिता कुमारी ने आश्वासन दिया है कि सोमवार को वे स्थल का निरीक्षण करेंगी. अगर राइस मिल द्वारा अवैध अतिक्रमण पाया गया तो उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
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जलजमाव की यह स्थिति केवल कुन्दरी की नहीं, बल्कि बिहार के कई ग्रामीण इलाकों की हकीकत है — जहाँ विकास योजनाएं जल प्रलय में बह जाती हैं, और जवाबदेही सिर्फ कागज़ों में रह जाती है।
जमुई से विवेक कुमार की रिपोर्ट…
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