Advertisement

Politics : बड़े राजनीतिक परिवारों में बढ़ी दूरी… तेजप्रताप ने अखिलेश को कर दिया ब्लॉक!

पटना: लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को अपने सोशल मीडिया अकाउंट से अनफॉलो कर दिया है. यह खबर तब सामने आई जब तेजप्रताप का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने इस कदम के पीछे की वजह विस्तार से बताई.

Politics : पटना की गलियों में सियासी झटका – जनसुराज और प्रशांत किशोर के खिलाफ विवादित पोस्टर!

वीडियो में तेजप्रताप बताते हैं कि जब अखिलेश यादव वोटर अधिकार के लिए पटना आए थे, तब उन्होंने उनका फोन तक नहीं उठाया. तेजप्रताप ने यह भी बताया कि उन्होंने जिस होटल में अखिलेश यादव ठहरे थे, वहां अपने आदमी भेजे थे, लेकिन वहां से भी कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला. इस स्थिति से नाराज होकर उन्होंने अखिलेश यादव का नंबर ब्लॉक कर दिया और सोशल मीडिया पर उन्हें अनफॉलो कर दिया.

Ara : भोजपुर का कौशलेश रंगों से लिख रहा है इतिहास… बिहार कला पुरस्कार 2025 के बने विजेता!

तेजप्रताप के इस कदम ने बिहार और यूपी की सियासत में हलचल मचा दी है. राजनीतिक जानकार इसे दो प्रमुख राजनीतिक परिवारों के बीच बढ़ती दूरी और रिश्तों में तनाव के संकेत के रूप में देख रहे हैं. सोशल मीडिया पर तेजप्रताप का यह कदम तेजी से चर्चा में है, और समर्थक इसे लेकर अलग-अलग प्रतिक्रिया दे रहे हैं.

Politics : चुनावी मौसम में रोजगार की बहार… नीतीश बोले- हर साल 10 लाख युवा पाएंगे नौकरी!

विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के कदम केवल व्यक्तिगत नाराजगी ही नहीं बल्कि राजनीतिक संदेश भी होते हैं. तेजप्रताप का यह कदम संकेत देता है कि दोनों परिवारों के बीच आने वाले समय में रिश्तों और सहयोग को लेकर चुनौतियां बढ़ सकती हैं.

Bihar : ‘अमावां’ रेलवे हाल्ट का नाम अब नरसिंहपुर, गांववासियों की जीत, पहचान और सुविधा दोनों वापस मिली!

हालांकि, अभी तक अखिलेश यादव की ओर से इस विषय पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. राजनीतिक गलियारों में यह घटना चर्चा का विषय बनी हुई है, और आने वाले समय में इसके प्रभाव और प्रतिक्रिया को लेकर निगाहें सोशल मीडिया और मीडिया रिपोर्ट्स पर टिकी हैं.

Politics : तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार को बताया ‘भ्रष्टाचार के धृतराष्ट्र’!

इस घटना ने स्पष्ट कर दिया है कि राजनीतिक हस्तियों के बीच व्यक्तिगत और राजनीतिक संबंध दोनों ही मीडिया और जनता की नजरों में रहते हैं, और किसी भी छोटे कदम का व्यापक प्रभाव हो सकता है.