दिल्ली में हाल ही में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान तालिबान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी द्वारा महिला पत्रकारों को प्रवेश न देने के मामले पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने कहा कि भारत में आकर महिलाओं का अपमान करना निंदनीय है और यह देश की संप्रभुता के खिलाफ है.
राजेश राम ने कहा, “तालिबान में महिलाओं को पढ़ाई और स्वतंत्र घूमने की अनुमति नहीं है, लेकिन हमारे देश में आकर महिलाओं को पत्रकारिता के क्षेत्र में रोकना और अपमानित करना बिल्कुल गलत है. बिहार प्रदेश कमेटी इसकी घोर निंदा करती है. भारत में महिलाओं ने पत्रकारिता के क्षेत्र में काफी ऊंचाई प्राप्त की है और पूरे देश में उनका परचम लहराया है.”
उन्होंने आगे कहा कि यह घटना दिल्ली के ऐतिहासिक धरती पर हुई और यह सब के लिए चिंता का विषय है. उन्होंने देश के संविधान और समानता के अधिकारों का हवाला देते हुए कहा कि हर नागरिक, पुरुष हो या महिला, समान दृष्टि से देखा जाता है.
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राजेश राम ने यह भी सवाल उठाया कि केंद्रीय मंत्री, प्रधानमंत्री और गृह मंत्री की ओर से इस मामले में कोई प्रतिक्रिया क्यों नहीं आई. उन्होंने इसे महिलाओं के अपमान और संविधान के मूल सिद्धांतों के खिलाफ बताया.
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बिहार कांग्रेस के अनुसार, इस तरह की घटनाएं न केवल महिला पत्रकारों के सम्मान के खिलाफ हैं, बल्कि लोकतंत्र और प्रेस की स्वतंत्रता के लिए भी चुनौती हैं. उन्होंने कहा कि भारत में महिलाओं ने पत्रकारिता के क्षेत्र में कई उपलब्धियां हासिल की हैं और उन्हें किसी भी परिस्थिति में अपमानित नहीं किया जा सकता.
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इस मामले में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हालिया बयान को भी उद्धृत किया गया, जिसमें उन्होंने कहा था, “यह देश तालिबान नहीं है.” राजेश राम ने कहा कि तालिबान की तरह महिलाओं के अधिकारों का हनन करने का काम स्वीकार्य नहीं है और भारत में इसके लिए सख्त प्रतिक्रिया होनी चाहिए.
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कांग्रेस ने इस मामले में देशवासियों और सरकार से अपील की है कि प्रेस की स्वतंत्रता और महिलाओं के अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित की जाए. उन्होंने कहा कि समानता, सम्मान और स्वतंत्रता की रक्षा करना हर नागरिक का अधिकार और कर्तव्य है.