Advertisement

Sheikhpura : सुशासन में दिनदहाड़े गोलियां, सबूत ढूंढती पुलिस!

शेखपुरा: बिहार में “कानून का राज” सिर्फ भाषणों तक सिमटा हुआ लगता है. शुक्रवार को शेखपुरा जिले के नगर थाना क्षेत्र स्थित व्यावसायिक इलाका कटरा चौक में दिनदहाड़े गोली चलने की घटना ने फिर से पुलिसिंग की पोल खोल दी.

Patna : सिविल कोर्ट को उड़ाने की धमकी, ISI कनेक्शन का दावा!

घटना कारे गांव के दो युवकों—मोनू और सोनू—के बीच हुई. दोनों में कहासुनी इतनी बढ़ी कि मोनू ने कथित तौर पर सोनू पर गोली चला दी और मौके से फरार हो गया. पुलिस ने हालांकि सोनू को हिरासत में लिया है, लेकिन यह वही सोनू है जो पहले भी लूट और गंभीर अपराधों में जेल की हवा खा चुका है. यानी सवाल ये उठता है कि अपराधियों को पहले से पहचानने वाली पुलिस उन्हें खुलेआम घूमने क्यों देती है?

Kishanganj : चार राज्यों में आयकर की बड़ी रेड! 40 ठिकानों पर छापेमारी, करोड़ों के दस्तावेज जब्त!

नगर थाना अध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार का कहना है कि घटनास्थल से अभी तक कोई खोखा या बुलेट बरामद नहीं हुआ है और सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं. लेकिन स्थानीय लोगों का डर और गुस्सा पुलिस की इन “औपचारिक बातों” से शांत नहीं हो रहा. व्यवसायियों का कहना है कि कटरा चौक जैसे व्यावसायिक इलाके में अगर अपराधी ऐसे ही बेखौफ गोली चला सकते हैं तो सुरक्षा व्यवस्था का दावा सिर्फ कागजों पर ही है.

Politics : PM मोदी पर अपशब्द, पटना में लाठी-डंडा और ईंट-पत्थर की वारदात!

बिहार में हर घटना के बाद पुलिस वही रटी-रटाई लाइन दोहराती है—”जांच चल रही है“, “आरोपी पकड़े जाएंगे“, “सीसीटीवी खंगाले जा रहे हैं“. लेकिन हकीकत यह है कि अपराधी खुलेआम हथियार लहराते हैं और जनता दहशत में जीने को मजबूर है.

Bihar Election 2025 : बिहार की राजनीति… जहां नेताओं की माँ तक पर गाली-गलौज!

सुशासन की सरकार और कानून के राज का दावा करने वाली पुलिस से अब यही सवाल है—क्या बिहार में लोग सुरक्षित हैं या अपराधियों के रहमोकरम पर जीने को विवश?

रिपोर्ट: शिवचंद्र प्रताप, शेखपुरा.