Advertisement

Ara : सिर्फ आत्मसमर्पण नहीं, अब चाहिए इंसाफ – गरजे राजद नेता रामबाबू सिंह!

आरा: राजद के राष्ट्रीय परिषद सदस्य और बड़हरा के नेता रामबाबू सिंह उर्फ अशोक सिंह ने सुमित सिंह हत्याकांड को लेकर चल रहे राजपूत महापंचायत के आंदोलन का समर्थन किया है. उन्होंने साफ कहा कि जब तक हत्यारों को सजा नहीं मिलती और पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिलता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा.

Sheikhpura : पत्नी और बच्चा गायब…पुलिस को न आरोपी मिले, न सबूत!

रामबाबू सिंह ने कहा कि महापंचायत के दबाव का ही असर है कि हत्या में शामिल फरार तीन अपराधियों ने कोर्ट में आत्मसमर्पण किया है. लेकिन केवल आत्मसमर्पण से न्याय पूरा नहीं होगा. उन्होंने मांग की कि पीड़ित परिवार को सुरक्षा, 50 लाख मुआवजा और एक सरकारी नौकरी दी जानी चाहिए.

Muzaffarpur : वार्ड का नेता… निकला समाज का दरिंदा!

गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले आरा में दवा कारोबारी सुमित सिंह की हत्या से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई थी. हत्या के विरोध में राजपूत महापंचायत ने मशाल जुलूस, धरना-प्रदर्शन और प्रशासन के खिलाफ कड़ा प्रतिकार जताया. महापंचायत के अध्यक्ष रामकुमार सिंह, मुखिया रिंकू सिंह और अन्य नेताओं ने आरोप लगाया कि भोजपुर में राजपूत समाज को चुन-चुनकर निशाना बनाया जा रहा है और प्रशासन मूकदर्शक बना है.

Bihar : निगरानी विभाग की कार्रवाई से हड़कंप, अंचल अधिकारी धरने पर बैठे!

धरना-प्रदर्शन में जिले भर से सैकड़ों प्रतिष्ठित लोग शामिल हुए. इस दौरान प्रशासन से अपराधियों की गिरफ्तारी, परिवार को मुआवजा और स्पीडी ट्रायल की मांग उठी. कुंवर सेना ने भी महापंचायत को समर्थन दिया और चेतावनी दी कि यदि एक सप्ताह में गिरफ्तारी नहीं हुई तो आरा में चक्का जाम किया जाएगा.

Vaishali : तेजस्वी को चुनौती देने वाले… निर्दलीय उम्मीदवार बनने से पहले मारे गए आला राय!

महापंचायत की सख्ती का ही असर रहा कि दूसरे ही दिन हत्यारों ने आत्मसमर्पण कर दिया. हालांकि, राजद नेता रामबाबू सिंह ने दोहराया कि “केवल आत्मसमर्पण से इंसाफ नहीं मिलेगा. सुमित सिंह के परिवार को न्याय मिलने तक यह आंदोलन जारी रहेगा और मैं हर स्तर पर राजपूत महापंचायत के साथ खड़ा हूं.