Advertisement

Bihar News : स्कूटर पर दवाई बांटने वाला लड़का… अब पूरे सदन का कप्तान, प्रेम कुमार की अविश्वसनीय कहानी!

बिहार की राजनीति में एक नया इतिहास बन रहा है. गया शहर से लगातार नौवीं बार जीतकर आए बीजेपी नेता डॉ. प्रेम कुमार अब बिहार विधानसभा के अध्यक्ष बनने की तैयारी में हैं. शपथ ग्रहण के बाद स्पीकर के तौर पर उनका नाम लगभग तय माना जा रहा है, लेकिन इस पद तक पहुंचने का उनका सफर उतना आसान नहीं था.

Bihar News : औराई विधायक रमा निषाद की संपत्ति 31.86 करोड़—CM नीतीश से करीब 30 गुना ज्यादा!

एक समय था जब प्रेम कुमार स्कूटर पर दवाइयां डिलीवर करते थे और पांच दोस्तों के साथ छोटे से मेडिकल बिजनेस में संघर्ष कर रहे थे. जेपी आंदोलन ने उनका रास्ता बदल दिया. छात्र जीवन में आंदोलन के दौरान वे और उनके दोस्त जेल गए, और वहीं से राजनीति की सोच मजबूत हुई. बाद में सभी ने मिलकर दवा की दुकान शुरू की. आज भी वह दुकान चल रही है — दोस्त बदल नहीं गए, रिश्ता भी नहीं.

Bihar News : बिहार में नीतीश कुमार की नई कैबिनेट में 9 नए चेहरों की एंट्री!

1990 के विधानसभा चुनाव में टिकट मिलना भी संयोग जैसा था. बीजेपी को गया शहर के लिए एक युवा उम्मीदवार चाहिए था. चर्चाओं में नाम किसी और का था, लेकिन एक भाषण के बाद सबकी नजरें प्रेम कुमार पर टिक गईं और पार्टी ने टिकट उन्हें दे दिया. पहली जीत के बाद शपथ ग्रहण के लिए पटना वे ट्रेन से आए थे. उस वक्त न नई कार थी, न सुरक्षा, बस संघर्षों का आत्मविश्वास था.

Bihar News : लखीसराय से विधायक, स्पीकर और अब उपमुख्यमंत्री – जानिए विजय कुमार सिन्हा का पूरा राजनीतिक सफर!

इसके बाद इतिहास लिखा गया — प्रेम कुमार कभी चुनाव नहीं हारे. 1990 से 2025 तक चाहे लालू की लहर हो या एनडीए का दौर, कांग्रेस का उभार हो या राजनीतिक उतार-चढ़ाव, गया शहर में बीजेपी का कमल कभी मुरझाने नहीं दिया. इसी रिकॉर्ड के कारण उन्हें “अजेय विधायक” कहा जाता है.

Bihar News : सम्राट चौधरी का राजनीतिक सफर: विधायक से उपमुख्यमंत्री तक — जानिए पूरी कहानी!

मंत्री के रूप में उन्होंने नगर विकास एवं आवास विभाग, कृषि विभाग, सहकारिता, मत्स्य विभाग सहित कई महत्वपूर्ण विभाग संभाले. काम के लिए प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति दोनों से सम्मान भी मिला. चंद्रवंशी समाज के बड़े राजनीतिक चेहरे के रूप में वे बिहार की राजनीति का अहम स्तंभ बन चुके हैं.

Bihar News : बिना चुनाव लड़े मंत्री! बिहार की राजनीति में ये कैसे संभव?

इस बार मंत्री नहीं, बल्कि स्पीकर के तौर पर उनकी भूमिका पर ज़्यादा भरोसा जताया जा रहा है. राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि जिस व्यक्ति ने 35 वर्षों तक जीत, व्यवहार और छवि को बरकरार रखा हो, वह सदन को गरिमा के साथ चला सकता है.

Bihar News : ऐसा नेता कभी देखा है? अपनी पूरी दौलत जनता के लिए समर्पित!

दवा की दुकान आज भी खुलती है, दोस्त आज भी वही हैं, और प्रेम कुमार आज भी वही कहते हैं—”पैसा नहीं, भरोसा कमाना ही असली जीत है.”

Bihar News : खान सर और नील नितिन मुकेश ने किया स्टार्ज ऑफ इंडिया अवॉर्ड्स का उद्घाटन!

स्कूटर से सफर शुरू करने वाला एक साधारण युवक अब पूरे सदन की दिशा तय करने जा रहा है — यही इस कहानी की सबसे खूबसूरत सच्चाई है.