पटना: पटना हाईकोर्ट ने गुरुवार को एक अहम आदेश सुनाते हुए कांग्रेस को पीएम नरेंद्र मोदी और उनकी दिवंगत मां हीराबेन पर बनाए गए AI जनरेटेड वीडियो को तुरंत हटाने को कहा. यह वीडियो 11 सितंबर को बिहार कांग्रेस के X हैंडल से डाला गया था, जिसमें एक महिला को पीएम की मां जैसा दिखाते हुए राजनीति पर सवाल उठाए गए थे. कैप्शन में लिखा गया— “साहब के सपनों में आईं मां, देखिए रोचक संवाद.”
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याचिका विवेकानंद सिंह ने दायर की थी, जिस पर सुनवाई करते हुए कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश पी.बी. बैजन्त्री की बेंच ने कांग्रेस, राहुल गांधी, चुनाव आयोग, गूगल, फेसबुक और X को भी नोटिस भेजा. कोर्ट ने साफ कहा कि ऐसी सामग्री चुनावी माहौल को गंदा करती है और इसे तुरंत रोका जाना चाहिए.
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इस वीडियो में दिखाया गया कि पीएम की मां सपनों में आकर कह रही हैं— “राजनीति के नाम पर कितना गिरोगे? नोटबंदी की लाइन में मुझे खड़ा किया, पैर धोने की रील बनाई और अब बिहार में मेरे नाम पर नौटंकी कर रहे हो.” बीजेपी ने इसे शर्मनाक बताते हुए कांग्रेस पर हमला बोला. गिरिराज सिंह ने कहा कि राहुल गांधी अब इतना नीचे गिर चुके हैं कि अपनी मां का सम्मान नहीं कर पाए तो दूसरों की मां का क्या करेंगे.
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दिलचस्प बात यह है कि इस वीडियो विवाद से 12 घंटे पहले ही बिहार बीजेपी ने भी एक AI वीडियो जारी किया था, जिसमें राहुल गांधी और तेजस्वी यादव को सत्ता की कुर्सी को लेकर बहस करते दिखाया गया.
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दरअसल, विवाद की जड़ 27 अगस्त है, जब राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा के मंच से पीएम को मां की गाली दी गई थी. इसके बाद से राजनीति और गरमा गई है. अब कोर्ट के आदेश से इस पूरे AI वीडियो विवाद ने चुनावी माहौल को और तूफानी बना दिया है.