पाटलिपुत्र कॉलोनी के प्रिंस रेसीडेंसी में रहने वाले रिटायर्ड FCI कर्मी श्यामानंद झा (80) और उनकी पत्नी को मोबाइल कॉल के जरिए 5 दिन तक घर में कैद रखा गया. दंपत्ति दुर्गा पूजा मनाने मुंबई से पटना आए थे. 8 अक्टूबर को उनके मोबाइल पर एक अज्ञात कॉल आया, जिसमें सामने वाले ने खुद को मुंबई नारकोटिक्स विभाग का अधिकारी बताया. ठगों ने दावा किया कि उनके नाम से थाईलैंड से 2 किलो हीरोइन बरामद हुई है और जांच के लिए उन्हें वीडियो कॉल पर बने रहना होगा. इसके लिए दोनों से 27 लाख रुपये की फिक्स डिपोजिट तोड़कर देने को कहा गया. डर के कारण दंपत्ति ने फिक्स डिपोजिट तोड़ दी और पैसे भेज दिए.
बेटी सुनीता ने पाटलिपुत्र थाना को सूचना दी कि उनके माता-पिता पिछले 5 दिनों से संपर्क में नहीं हैं और घर में बंद हैं. सूचना मिलते ही SHO अतुलेश सिंह ने वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराते हुए विशेष टीम गठित की, जिसमें एडिशनल SHO विशाल सिंह, अर्चना कुमारी, गुड्डू कुमार सिंह और अन्य अधिकारी शामिल हुए. पुलिस जब दंपत्ति के घर पहुंची, तो डर के कारण उन्होंने गेट नहीं खोला. कई प्रयासों के बाद पुलिस अंदर गई और देखा कि दंपत्ति पर ठगों द्वारा वीडियो कॉलिंग के माध्यम से नजर रखी जा रही थी.
पुलिस ने दोनों का रेस्क्यू कर थाने में सुरक्षित रखा. दंपत्ति ने बताया कि कॉल 8132930118 नंबर से आई थी. SDPO मोहिबुल्ला अंसारी ने कहा कि पुलिस ने समय रहते दंपत्ति को बचा लिया. फिलहाल मामला दर्ज कर छानबीन जारी है.
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पुलिस ने नागरिकों को चेतावनी दी है कि अनजान नंबरों पर व्यक्तिगत और बैंकिंग जानकारी साझा न करें. बुजुर्गों को इस तरह की डिजिटल ठगी से विशेष सतर्क रहने की आवश्यकता है.