जन अधिकार पार्टी के प्रमुख और सांसद पप्पू यादव को बाढ़ पीड़ितों के बीच पैसे बांटने को लेकर इनकम टैक्स विभाग ने नोटिस भेजा है. इस बात की जानकारी खुद पप्पू यादव ने अपने X (पूर्व ट्विटर) अकाउंट पर साझा की है. उन्होंने नोटिस की कॉपी पोस्ट करते हुए लिखा— “मुझे इनकम टैक्स का नोटिस मिला है, बाढ़ पीड़ितों की मदद में रुपए बांटने को अपराध बताया गया है. अगर यह अपराध है, तो मैं हर वंचित-पीड़ित की सहायता का अपराध करता रहूंगा.”
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पप्पू यादव ने बताया कि उन्होंने वैशाली जिले के नयागांव पूर्वी पंचायत के मनियारी गांव में बाढ़ प्रभावित परिवारों की मदद की थी, जिनका घर-द्वार गंगा नदी में बह गया था. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अगर वह इन लोगों की मदद नहीं करते, तो क्या गृह राज्य मंत्री या स्थानीय सांसदों की तरह “मूकदर्शक” बने रहते?
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पप्पू यादव के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर समर्थन और विरोध दोनों तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. समर्थक उन्हें “जनता का नेता” बता रहे हैं, जबकि विरोधी इसे “चुनावी प्रचार स्टंट” मान रहे हैं. इनकम टैक्स विभाग की ओर से अब तक इस मामले में कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है.


























