किशनगंज: AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने किशनगंज से सीमांचल न्याय यात्रा की शुरुआत करते हुए तेजस्वी यादव और महागठबंधन पर निशाना साधा. उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बिहार की जनता देख रही है कि भाजपा की बी टीम कौन है.
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ओवैसी ने बताया कि उनके प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को पत्र लिखा और गठबंधन में शामिल होने के लिए केवल 6 सीटों की मांग की, लेकिन इसका कोई जवाब नहीं मिला. उन्होंने तेजस्वी को चेतावनी दी कि उनके खत को कमजोरी न समझा जाए और फैसला लेने के बाद यह मत कहना कि कोई “बैट-बॉल लेकर भाग गया“.
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साथ ही, ओवैसी ने बिना नाम लिए तेजस्वी के करीबी संजय यादव पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, “अगर लोग सोचते हैं कि मैं हैदराबाद से आया हूँ तो हाँ, मैं हैदराबाद से आया हूँ. लेकिन उन लोगों का क्या जो हरियाणा से बिहार आकर राज्यसभा सांसद बन गए हैं.”
ओवैसी सीमांचल के चार जिलों—किशनगंज, अररिया, कटिहार और पूर्णिया—में चार दिनों तक न्याय यात्रा निकालेंगे. पहले दिन, किशनगंज में उन्होंने लगभग 100 किलोमीटर की यात्रा और 9 सभाओं का आयोजन किया.
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इस दौरान एयरपोर्ट पर समर्थकों ने उनका भव्य स्वागत किया और “देखो-देखो कौन आया, शेर आया” के नारे लगाए. उन्होंने कहा कि AIMIM का मकसद बिहार और भारत में संविधान को मजबूत करना है और हर समुदाय के लिए नेतृत्व की संभावना सुनिश्चित करना है.
ओवैसी ने यह भी स्पष्ट किया कि गठबंधन के लिए उनका पत्र केवल सीटों की मांग का था और इसे अस्वीकार करना गठबंधन की कमजोर समझ का संकेत नहीं है. उन्होंने जनता से अपील की कि वे चुनाव के बाद स्पष्ट रूप से देखें कि कौन सरकार बनाने और कौन रोकने की कोशिश कर रहा है.
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AIMIM के प्रमुख का यह बयान बिहार की सियासत में नया हलचल पैदा कर सकता है, खासकर तेजस्वी और महागठबंधन के नेताओं के लिए, क्योंकि ओवैसी ने गठबंधन प्रक्रिया में होने वाली खामियों और फैसलों पर सीधा सवाल उठाया है.
रिपोर्ट: रजी अहमद, किशनगंज.