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Motihari : 90 युवकों को जॉब के नाम पर कैद, पुलिस ने कराया मुक्त!

मोतिहारी: पूर्वी चंपारण जिले के छतौनी थाना क्षेत्र में शनिवार को पुलिस ने एक बड़े नेटवर्क मार्केटिंग फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ किया. नौकरी देने के नाम पर बंधक बनाए गए 90 युवकों को पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर मुक्त कराया. इस दौरान सरगना दीपक महतो समेत करीब एक दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

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सदर डीएसपी वन दिलीप कुमार और साइबर डीएसपी अभिनव परासर के नेतृत्व में लगभग चार घंटे तक चला यह ऑपरेशन चीनी मील इलाके में चलाया गया. यहां एक मकान में इन युवकों को बंधक बनाकर रखा गया था. बताया जाता है कि इनमें ज्यादातर युवक बंगाल और असम से हैं, जबकि कुछ झारखंड और बिहार के भी हैं.

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पुलिस जांच में सामने आया कि नेटवर्किंग कंपनी में नौकरी दिलाने के नाम पर युवकों से पहले 25 हजार रुपये वसूले गए. इसके बाद उन्हें मोतिहारी बुलाकर मकान में कैद कर लिया गया और दबाव डाला गया कि वे और लोगों को इस संस्था से जोड़ें. जो ऐसा नहीं करते थे, उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता था.

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डीएसपी दिलीप कुमार सिंह ने बताया कि यह गिरोह पहले भी रक्सौल में “डीबीआर कंपनी” के नाम से सक्रिय था, जहाँ करीब 350 युवकों को ठगी का शिकार बनाया गया था. अब नाम बदलकर फिर वही धंधा शुरू किया गया था. पुलिस का मानना है कि इस गिरोह का नेटवर्क कई राज्यों तक फैला हुआ है.

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फिलहाल, पुलिस ने सभी युवकों को सुरक्षित मुक्त कराकर उनके परिवारों से संपर्क कराया है और गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. इस खुलासे से एक बार फिर साबित हुआ कि नेटवर्क मार्केटिंग के नाम पर ठगी और मानव तस्करी जैसे अपराध बड़े पैमाने पर फैले हुए हैं.

रिपोर्ट: ब्रजेश झा, मोतिहारी.