पटना/छपरा: भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का शनिवार का बिहार दौरा राजनीतिक और आध्यात्मिक दोनों रंगों में डूबा रहा. पटना में जहां भाजपा ऑफिस के बाहर बर्खास्त संविदाकर्मियों का भारी विरोध-प्रदर्शन देखने को मिला, वहीं सारण के मस्तीचक में नड्डा ने अखंड ज्योति आई हॉस्पिटल सामुदायिक केंद्र की भूमि पूजन प्रक्रिया की शुरुआत करते हुए विशेष कलश स्थापना की.
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पटना में सुबह से ही भाजपा कार्यालय के बाहर हजारों की संख्या में संविदाकर्मी जमा थे. हाथों में कैंडल और बैनर लिए ये कर्मचारी समान काम, समान वेतन और 60 साल नौकरी की मांग कर रहे थे. हालात इतने बिगड़े कि भाजपा की अहम चुनावी बैठक को आनन-फानन में स्टेट गेस्ट हाउस शिफ्ट करना पड़ा. नड्डा कोर कमेटी की बैठक में शामिल हुए, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनकी तय मुलाकात टल गई और वे शाम को दिल्ली रवाना हो गए.
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उधर, छपरा के मस्तीचक में नड्डा ने एक भव्य आध्यात्मिक कार्यक्रम में हिस्सा लिया. यहाँ अखंड ज्योति आई हॉस्पिटल सामुदायिक केंद्र की कलश स्थापना कर उन्होंने परियोजना की शुरुआत की. यह केंद्र प्रतिवर्ष 3,00,000 निःशुल्क नेत्र सर्जरी करने की क्षमता रखेगा और Vision 2030 के तहत बिहार में 5,00,000 वार्षिक नेत्र सर्जरी का लक्ष्य पूरा करेगा.
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20 सितंबर को भूमि पूजन समारोह होगा, जिसमें बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और शांतिकुंज हरिद्वार के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे. यह परियोजना न केवल बिहार बल्कि पूरे विश्व में सबसे बड़ा Eye Care Ecosystem बनने जा रही है.
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कुल मिलाकर, एक ओर जहां पटना में राजनीति गरमाई रही, वहीं छपरा में श्रद्धा और सेवा का संगम दिखाई दिया. जेपी नड्डा का यह दौरा बिहार की सियासत और समाज, दोनों में चर्चा का विषय बना रहा.