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Bihar News : गयाजी के जंगल से चीतल का शिकार… एक गिरफ्तार, दो फरार!

बरामद चीतल के खाल, सिर और पैर के साथ वन अधिकारी

गया जिले के छकरबंधा आरक्षित वन क्षेत्र में वन्यजीव संरक्षण कानून की धज्जियां उड़ाने वाला मामला सामने आया है. चीतल के शिकार की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम हरकत में आई और त्वरित कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया, जबकि दो आरोपी अभी भी फरार हैं. गुरुवार को मिली गुप्त सूचना के साथ एक तस्वीर भी वायरल हुई थी जिसमें एक युवक चीतल के शव को काटते हुए दिखाई दे रहा था. फोटो सामने आते ही विभाग में हड़कंप मच गया और मुखबिर तंत्र सक्रिय कर छापेमारी की तैयारी की गई.

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रविवार दोपहर वन विभाग की टीम ने छकरबंधा थाना पुलिस के साथ मिलकर भैंसादोहर गांव में छापेमारी की. इस दौरान आरोपी जुबैर आलम को गिरफ्तार कर लिया गया. पूछताछ में उसने कबूल किया कि गुरुवार को चीतल का शिकार किया गया था और इसमें उसके साथ इस्लामपुर के खुर्शीद अंसारी और कुर्बान अंसारी भी शामिल थे. दोनों आरोपी मौके से फरार हैं और उनकी तलाश जारी है.

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गिरफ्तार आरोपी की निशानदेही पर वन विभाग की टीम छकरबंधा जंगल पहुंची जहां पहाड़ी नाले से करीब 100 मीटर पश्चिम घनी झाड़ियों के बीच चीतल के सिर, खाल और चारों पैर बरामद किए गए. मौके पर ही जप्ती सूची तैयार की गई और अवशेषों को वन प्रक्षेत्र कार्यालय इमामगंज में सुरक्षित रख दिया गया है. सत्यापन डुमरिया के भ्रमणशील पशु चिकित्सा पदाधिकारी की उपस्थिति में कराया गया.

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वन अधिकारियों के अनुसार आरोपियों ने वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 (संशोधन 2022) की धारा 2, 9 और 51 के तहत गंभीर अपराध किया है. यह संज्ञेय और गैर-जमानती धारा के अंतर्गत आता है. आरोपी जुबैर आलम की गिरफ्तारी के बाद उसके परिजनों को सूचना दे दी गई है और फरार दोनों आरोपियों को पकड़ने के लिए लगातार छापेमारी जारी है.

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वन विभाग ने इलाके में गश्त और निगरानी और मजबूत कर दी है ताकि दुर्लभ वन्यजीवों की तस्करी और शिकार पर जल्द रोक लगाई जा सके. विभाग ने स्थानीय लोगों से भी अपील की है कि जंगलों में किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत दें ताकि वन्यजीवों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.