बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों में एनडीए ने प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में वापसी लगभग तय कर दी है. पूरे राज्य में आए रुझानों और अंतिम परिणामों के आधार पर एनडीए गठबंधन ने भारी बढ़त बनाते हुए एक बार फिर सरकार बनाने का स्पष्ट संकेत दे दिया है. चुनावी मैदान में उतरे बिहार सरकार के कुल 29 मंत्रियों में से 28 मंत्रियों ने जीत हासिल की है. यह एनडीए के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है. वहीं, केवल चकाई सीट से मंत्री सुमित सिंह को हार का सामना करना पड़ा है. सुमित सिंह करीब 13 हजार वोटों से चुनाव हार गए. 2020 में उन्होंने इसी सीट से निर्दलीय चुनाव जीतकर एनडीए को समर्थन दिया था और मंत्री बने थे.
सबसे बड़ी जीतों में एक रही एनडीए के मुख्यमंत्री पद के दावेदार और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी की. तारापुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे सम्राट चौधरी ने इस बार रिकॉर्ड जीत दर्ज की है. उन्होंने राजद के अरुण कुमार साह को 1,22,000 से अधिक वोटों के अंतर से हराया. यह जीत न केवल तारापुर बल्कि पूरे बिहार की सबसे बड़ी जीतों में गिनी जा रही है. सम्राट चौधरी के पिता और वरिष्ठ राजनेता शकुनी चौधरी ने कहा— “बेटे ने मुझसे भी बड़ी जीत हासिल कर इतिहास रच दिया.”
वहीं, लखीसराय विधानसभा सीट से डिप्टी सीएम विजय सिन्हा भी भारी अंतर से विजयी हुए हैं. उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी अमरेश कुमार को 24,940 वोटों से हराकर सीट अपने नाम की. विजय सिन्हा को कुल 1,22,408 वोट मिले, जो उनके क्षेत्र में मजबूत जनाधार का प्रमाण है.
Bihar Election : जमुई से BJP की श्रेयसी सिंह ने RJD को 54,773 वोटों से हराकर बड़ी जीत हासिल की!
इन परिणामों के साथ यह साफ है कि बिहार की जनता ने एक बार फिर एनडीए के नेतृत्व पर भरोसा जताया है. मंत्रीमंडल के 28 मंत्रियों की जीत से यह संदेश गया है कि सरकार के कामकाज को जनता ने सकारात्मक रूप से स्वीकार किया है. राज्य में एनडीए समर्थकों में जश्न का माहौल है, वहीं विपक्षी खेमे को बड़ा झटका लगा है. चुनाव परिणामों ने बिहार की राजनीतिक दिशा एक बार फिर एनडीए के पक्ष में मोड़ दी है.

























