विधायक – फतेह बहादुर कुशवाहा
दल – राजद
संक्षिप्त परिचय: डेहरी विधानसभा क्षेत्र बिहार के रोहतास जिले में है। यह क्षेत्र दो मुख्य हिस्सों से बना है – नोखा और डेहरी-ऑन-सोन। डेहरी गंगा के किनारे सोन नदी बहती है। इस इलाके का प्रशासन, व्यापार और संस्कृति में बड़ा महत्व है।
भौगोलिक स्थिति: यह क्षेत्र सोन नदी के किनारे है, जिससे जमीन उपजाऊ हो जाती है। यहाँ का मौसम गर्म और सूखा रहता है। नदियों के कारण सिंचाई का अच्छा इंतजाम है। खेत, नहरें और हरियाली यहाँ देखने को मिलती हैं।
आर्थिक स्थिति: नोखा और डेहरी दोनों खेती और व्यापार पर निर्भर हैं।
नोखा – गेहूं, धान और आलू जैसी फसलों के लिए मशहूर है। यहाँ आटा और चावल मिल और मंडी का अच्छा संचालन होता है।
डेहरी – पहले यहाँ बड़ा रेल और पेपर कारखाना था। अब छोटे व्यवसाय, ट्रांसपोर्ट, ईंट भट्ठे और बाजार इसकी पहचान हैं। लोग बाहर भी जाकर नौकरी करते हैं, जैसे दिल्ली, पंजाब और महाराष्ट्र।
जातीय संरचना: यहाँ यादव, राजपूत, कुर्मी, ब्राह्मण, भूमिहार, पासवान, रविदास, मुसलमान और पिछड़ी जातियों का वर्चस्व है। जाति राजनीति और समाज को बहुत प्रभावित करती है। हर चुनाव में जातीय समीकरण जरूरी होते हैं।
राजनीतिक स्थिति: यह क्षेत्र राजनीतिक रूप से जागरूक है। राष्ट्रीय और क्षेत्रीय पार्टियाँ यहां मजबूत हैं। खासकर राजद, जदयू, भाजपा और कांग्रेस का प्रभाव है। नोखा और डेहरी की सीटें समय-समय पर अलग दलों के पास होती हैं। स्थानीय मुद्दे और जातीय समीकरण चुनाव का असर बनाते हैं।
ऐतिहासिक पहलू: यह क्षेत्र बुनियादी तौर पर एक व्यापारिक केंद्र रहा है। ब्रिटिश शासन में यहाँ रेल और उद्योग का विकास हुआ। सोन नदी पर बना इंदिरा गांधी सेतु बड़ा पुल माना जाता है, जो एशिया का पुराना पुल है। इस इलाके का जुड़ाव रोहतासगढ़ किले और शेरशाह सूरी से भी है।
निष्कर्ष: नोखा-डेहरी का क्षेत्र खेती, व्यापार, जातीय विविधता और इतिहास से भरा हुआ है। यहाँ विकास की बहुत संभावनाएँ हैं। बस जरूरी है सही नेतृत्व और योजनाएँ।
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