भारत में अगर दो चीज़ें सबसे ज़्यादा जुनून से देखी जाती हैं, तो वो हैं — क्रिकेट और बॉलीवुड. अब सोचिए, जब क्रिकेट की पिच पर पसीना बहाने वाले खिलाड़ी और बड़े पर्दे पर जलवा बिखेरतीं एक्ट्रेस के दिल मिल जाएं, तो बात सिर्फ रिश्ते की नहीं रह जाती — ये बन जाता है एक ऐसा किस्सा जिसे लोग सालों तक याद रखते हैं. आज हम बात कर रहे हैं ऐसे ही एक रिश्ते की— नीना गुप्ता और वेस्टइंडीज़ के क्रिकेट लीजेंड सर विवियन रिचर्ड्स की.
जब एक डिनर पार्टी से शुरू हुई मोहब्बत:
नीना गुप्ता ने अपनी आत्मकथा Sach Kahun Toh में बताया है कि उनकी मुलाकात विवियन रिचर्ड्स से 1987 में हुई थी, जब वेस्टइंडीज की टीम भारत दौरे पर आई थी. उनकी पहली मुलाकात जयपुर की महारानी द्वारा आयोजित एक डिनर पार्टी में हुई. पहली मुलाकात में ही कनेक्शन बन गया, लेकिन दोनों ने एक-दूसरे का नंबर नहीं लिया और विवियन वापस वेस्टइंडीज चले गए. कुछ समय बाद, दिल्ली एयरपोर्ट पर नीना की मुलाकात फिर से विवियन से हुई. इस बार दोनों के बीच बातचीत आगे बढ़ी और दोनों एक दूसरे से प्यार करने लगे थे. लेकिन इस रिश्ते में भी चुनौतियां थीं. विवियन पहले से ही शादीशुदा थे और उनके दो बच्चे भी थे. नीना को पता था कि यह रिश्ता आसान नहीं होगा, लेकिन उन्होंने अपने दिल की सुनी.
जब नीना ने समाज की सोच को ठुकराया
नीना को जब पता चला कि वे मां बनने वाली हैं, तो उन्होंने अपने करीबी दोस्तों और परिवार से सलाह ली. कुछ ने कहा ‘अबॉर्शन करा लो’, कुछ ने कहा ‘सिंगल मदर होना बहुत मुश्किल होगा’. लेकिन नीना ने सबसे बड़ी सलाह अपने दिल से ली.
अपनी किताब Sach Kahun Toh में नीना बताती हैं कि मैंने खुद से पूछा – मुझे क्या लगता है? और जवाब था – मैं बहुत खुश हूं. फिर उन्होंने एक लंबी कॉल के दौरान विवियन रिचर्ड्स को ये बात बताई. उन्होंने पूछा, “Would you have a problem if I were to have your baby?” और जवाब में सर विव ने कहा – “Go ahead” यही जवाब नीना को चाहिए था. वो फैसला कर चुकी थीं कि उन्हें इस बच्चे को दुनिया में लाना है.
जब मीडिया ने उन्हें घेरा, और पिता ने थामा हाथ
नीना के इस फैसले ने मीडिया में हलचल मचा दी. सब तरफ यही खबर थी कि बॉलीवुड की एक्ट्रेस बिना शादी के मां बनने जा रही है. उस वक्त भारतीय समाज में ये सोचना भी ‘कंट्रोवर्सी’ माना जाता था. नीना के पिता शुरू में इस फैसले से सहमत नहीं थे. लेकिन जैसे-जैसे समय बीता, उन्होंने अपनी बेटी का साथ देने का फैसला किया.

जब मसाबा दुनिया में आई, और मां-बेटी की नई कहानी शुरू हुई
1989 में नीना ने मसाबा को जन्म दिया. नीना ने अपनी किताब Sach Kahun Toh में बताया है कि विवियन उनके और मसाबा के जीवन में हमेशा शामिल रहे. उनका रिश्ता मसाबा के जन्म के बाद भी कुछ सालों तक चला और उनके बीच कुछ बेहतरीन पल भी बीते, हालांकि कुछ मुश्किल पल भी आए.
मसाबा गुप्ता आज एक सफल फैशन डिजाइनर हैं. विवियन और नीना दोनों हाल ही में मसाबा की शादी में एक साथ नजर आए, जिससे साबित होता है कि उनका रिश्ता आज भी मजबूत है.
ये कहानी सिर्फ एक बॉलीवुड एक्ट्रेस और वेस्टइंडीज के लीजेंड क्रिकेटर की लव स्टोरी नहीं है. ये उस दौर की कहानी है जब सिंगल मदर होना लोगों के लिए विवादित चीज़ होती थी. लेकिन नीना ने किसी की परवाह नहीं की — उन्होंने वही किया जो उन्हें ठीक लगा.
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