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बार-बार चिड़चिड़ापन बच्चों में क्यों बढ़ता है और इसे कैसे कंट्रोल करें

बार-बार चिड़चिड़ापन बच्चों में क्यों बढ़ता है

बच्चों में बार-बार चिड़चिड़ापन और गुस्सा दिखना आम बात लगती है, लेकिन अगर यह लगातार होता है तो माता-पिता के लिए चिंता का विषय बन सकता है. जानें इसके पीछे के मुख्य कारण और इसे कंट्रोल करने के आसान उपाय.

बच्चों में चिड़चिड़ापन कंट्रोल करने के आसान उपाय

नींद की कमी- बच्चों को पर्याप्त नींद नहीं मिलती तो उनका मिजाज जल्दी बिगड़ता है, नींद की कमी से उनका ध्यान भी कम होता है और छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आने लगता है.
उपाय: बच्चों को समय पर सोने और जागने की आदत डालें, रात में 8-10 घंटे की नींद सुनिश्चित करें.

भूख और गलत खान-पान- भूखे बच्चों का मूड जल्दी खराब होता है, शुगर या जंक फूड का ज्यादा सेवन भी चिड़चिड़ापन बढ़ा सकता है.
उपाय: समय पर खाना खिलाएं, हेल्दी स्नैक्स जैसे फल, ड्राईफ्रूट्स, दलिया दें.

ज्यादा स्क्रीन टाइम- मोबाइल, टीवी या टैबलेट का अत्यधिक उपयोग बच्चों में चिड़चिड़ापन और ध्यान की कमी पैदा करता है.
उपाय: स्क्रीन टाइम को दिन में 1-2 घंटे तक सीमित करें, बाहर खेलने और रचनात्मक गतिविधियों को बढ़ावा दें.

भावनात्मक जरूरतों की अनदेखी- बच्चे अगर माता-पिता का ध्यान या प्यार महसूस नहीं कर पाते तो उनका व्यवहार चिड़चिड़ा और गुस्सैल हो सकता है.
उपाय: बच्चे के साथ रोज़ कम से कम 15-20 मिनट बिताएं, उसकी बातों को ध्यान से सुनें और समझें.

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