Relationship Tips: Extra Marital Affairs: शादी को भारतीय समाज में एक पवित्र और स्थायी बंधन माना जाता है . फिर भी, हाल के वर्षों में एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर्स (विवाहेतर संबंध) के मामलों में चिंताजनक वृद्धि हुई है . चुपचाप शुरू हुए ये रिश्ते कई बार न केवल परिवारों को तोड़ते हैं बल्कि मानसिक, भावनात्मक और सामाजिक अस्थिरता भी पैदा करते हैं .
इस विषय पर वरिष्ठ रिलेशनशिप काउंसलर डॉ. श्वेता मल्होत्रा (Harmony Minds Centre, मुंबई) की निदेशक और 15 सालों से विवाह व मनोवैज्ञानिक काउंसलिंग कर रही हैं, ने गहराई से बातचीत की.
Relationship Tips: Extra Marital Affairs क्यों होते हैं?
Relationship Tips: 1. भावनात्मक दूरी (Emotional Disconnect)
समस्या:
जब पति-पत्नी के बीच संवाद, समझ और भावनात्मक जुड़ाव धीरे-धीरे कम हो जाता है, तो व्यक्ति बाहर किसी ऐसे व्यक्ति की ओर आकर्षित होता है जो उन्हें ‘सुना’ और ‘समझा’ महसूस कराए .
वरिष्ठ रिलेशनशिप काउंसलर डॉ. श्वेता मल्होत्रा (Harmony Minds Centre, मुंबई) की निदेशक कहती हैं: “लोग शारीरिक संबंध से पहले भावनात्मक जुड़ाव की तलाश में विवाहेतर रिश्तों में जाते हैं .”
समाधान:
- हर दिन 15 मिनट केवल एक-दूसरे से बात करें — बिना फोन या बच्चों के हस्तक्षेप के .
- अपने रिश्ते में “इमोशनल चेक-इन” का समय तय करें .
Relationship Tips: 2. एकरसता और बोरियत (Monotony in Marriage)
समस्या:
शादी के कुछ वर्षों बाद जीवन में वही रूटीन, वही बातें, वही झगड़े रिश्ते को नीरस बना देते हैं .
विशेषज्ञ सलाह:
“रिश्ते भी पौधे जैसे होते हैं, समय-समय पर ताजगी और देखभाल चाहिए .”
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समाधान:
- “डेट नाइट” या “सरप्राइज़ टाइम” जैसी छोटी पहल करें .
- कभी-कभी ब्रेक लेकर साथ यात्रा करें या नया अनुभव साझा करें .
Relationship Tips: 3. यौन असंतोष (Sexual Dissatisfaction)
समस्या:
पति-पत्नी के बीच यौन जीवन में तालमेल की कमी, संवाद की कमी, या उपेक्षा — व्यक्ति को बाहर शारीरिक संतोष की तलाश की ओर ले जाती है .
वरिष्ठ रिलेशनशिप काउंसलर डॉ. श्वेता मल्होत्रा (Harmony Minds Centre, मुंबई) की निदेशक कहती हैं: “यौन समस्याओं पर बात न करना ही सबसे बड़ी समस्या है .”
समाधान:
- सेक्सुअल काउंसलिंग से संकोच न करें .
- खुलकर अपने साथी से अपनी ज़रूरतों और सीमाओं की बात करें .
- अवसर और टेक्नोलॉजी (Easy Access via Social Media) समस्या:
सोशल मीडिया, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म्स के ज़रिए पुराने दोस्त, सहकर्मी, या नए लोग आसानी से संपर्क में आ जाते हैं . संवाद शुरू होता है, भावनाएँ जुड़ती हैं और फिर भावनात्मक या शारीरिक संबंध बन जाते हैं . विशेषज्ञ सलाह: “डिजिटल नज़दीकियाँ कभी-कभी असली रिश्तों को खा जाती हैं .” समाधान: पारदर्शिता रखें — अपने साथी से छिपाने की ज़रूरत न पड़े ऐसी आदतें अपनाएं .
सीमाएं तय करें — वर्चुअल flirting भी cheating मानी जाती है . - बदला या उपेक्षा की प्रतिक्रिया (Revenge or Neglect) समस्या:
अगर कोई साथी खुद को लगातार उपेक्षित, अपमानित या अनसुना महसूस करता है, तो वह बदले या संतुलन की भावना से विवाहेतर संबंध की ओर जा सकता है . डॉ. श्वेता कहती हैं: “कई बार अफेयर सिर्फ प्यार नहीं, बल्कि दर्द की प्रतिक्रिया होती है .” समाधान: कपल थेरेपी से रिश्ते में संतुलन और सम्मान लौटाया जा सकता है .
क्षमा और पुनर्निर्माण पर दोनों को मेहनत करनी होती है . क्या अफेयर का मतलब शादी का अंत है? नहीं .

डॉ. श्वेता बताती हैं कि अगर अफेयर का कारण गहराई से समझा जाए और दोनों पार्टनर रिश्ते को बचाना चाहें, तो रिश्ता पहले से बेहतर भी हो सकता है . कई बार टूटने की कगार से रिश्ते मजबूत होकर वापस आते हैं. बशर्ते संवाद, माफ़ी और प्रतिबद्धता हो .
एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर किसी एक की गलती नहीं होता — यह रिश्ते की खामोशियों का परिणाम होता है . इस पर खुलकर बात करें, दोषारोपण के बजाय समाधान खोजें .
डॉ. श्वेता मल्होत्रा कहती हैं रिश्ते टूटने से पहले रोके जा सकते हैं, अगर लोग सही समय पर मदद लेना सीख जाएं .
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