प्यार और रिश्तों की सबसे बड़ी बुनियाद होती है भरोसा। जब यही भरोसा टूटता है, तो इंसान को अंदर तक तोड़ देता है. धोखे का दर्द सिर्फ दिल को नहीं बल्कि आत्मविश्वास और मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है, लेकिन जिंदगी यहीं खत्म नहीं होती. नई शुरुआत हमेशा संभव है, बस जरूरत है सही कदम उठाने की.
धोखे के बाद कैसे करें नई शुरुआत
खुद को रोने दें
धोखा मिलने के बाद दर्द महसूस करना और रोना बिल्कुल सामान्य है, अपने इमोशन्स को दबाने की बजाय उन्हें बाहर निकालें। यह आपको हल्का महसूस कराएगा.
खुद को दोष न दें
अक्सर लोग रिश्ते के टूटने का दोष खुद को देने लगते हैं. याद रखें—धोखा देने वाले की गलती उसकी सोच और कर्म होते हैं, आपकी नहीं.
परिवार और दोस्तों से बात करें
ऐसे समय में अपने करीबी लोगों से बात करना बहुत जरूरी है, उनकी बातें आपको हिम्मत देंगी और अकेलापन दूर करेंगी.
खुद पर ध्यान दें
जिम जाना, योग करना, नई हॉबी अपनाना या किताबें पढ़ना—इन सब से आपका ध्यान दर्द से हटकर खुद की ग्रोथ पर लगेगा.
सोशल मीडिया से दूरी बनाएं
धोखे के बाद बार-बार सामने वाले की प्रोफाइल देखना आपके घाव को और गहरा कर सकता है, इसलिए खुद को डिजिटल डिटॉक्स दें.
नई शुरुआत का भरोसा रखें
हर अंत एक नई शुरुआत लेकर आता है. अगर एक रिश्ता टूट गया तो इसका मतलब यह नहीं कि आगे कोई अच्छा रिश्ता नहीं मिलेगा.
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