आजकल कई पैरेंट्स की सबसे बड़ी चिंता यही है कि उनका बच्चा पढ़ाई, खेलकूद या किसी भी काम में उतना एक्टिव नहीं है जितना होना चाहिए. दिनभर थकान, सुस्ती और काम टालने की आदत बच्चों में बढ़ती जा रही है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके पीछे कई छिपे कारण हो सकते हैं? आइए जानते हैं बच्चों में आलस बढ़ने के कारण और इसे दूर करने के आसान उपाय.
बच्चों में आलस बढ़ने के कारण
शारीरिक गतिविधि की कमी- टीवी, मोबाइल और वीडियो गेम्स में ज्यादा समय बिताने से बच्चे की फिजिकल एक्टिविटी कम हो जाती है.
गलत डाइट- जंक फूड, कोल्ड ड्रिंक्स और ज्यादा तैलीय खाना बच्चों को सुस्त बना देता है.
नींद पूरी न होना- देर रात तक जागना और सुबह देर से उठना बच्चों को दिनभर थका हुआ रखता है.
मानसिक दबाव- पढ़ाई का बोझ, पैरेंट्स की अपेक्षाएं और प्रतियोगिता का तनाव बच्चों को थका देता है.
मोटिवेशन की कमी- बच्चे को अगर अपने काम में रुचि या प्रोत्साहन नहीं मिलता तो वे जल्दी आलसी हो जाते हैं.
बच्चों का आलस दूर करने के उपाय
फिजिकल एक्टिविटी बढ़ाएं- बच्चों को आउटडोर गेम्स खेलने और नियमित एक्सरसाइज के लिए प्रेरित करें.
संतुलित डाइट दें- हरी सब्जियां, फल, दूध और पौष्टिक भोजन उनकी एनर्जी बढ़ाएगा.
सोने-जागने का सही समय तय करें- बच्चों को रोजाना 8-10 घंटे की नींद जरूर दिलवाएं.
पढ़ाई और खेल का संतुलन बनाएं- बच्चे पर ज्यादा पढ़ाई का बोझ डालने की बजाय खेल-कूद और क्रिएटिव एक्टिविटी भी शामिल करें.
पॉजिटिव मोटिवेशन दें- बच्चे की छोटी-छोटी उपलब्धियों पर उसकी तारीफ करें ताकि उनमें आत्मविश्वास और उत्साह बढ़े.
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