हिंग भारतीय रसोई का एक जरूरी मसाला है, जिसका उपयोग स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ पाचन सुधारने के लिए भी किया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ लोगों के लिए हिंग फायदेमंद नहीं बल्कि नुकसानदायक भी हो सकती है? एक्सपर्ट्स के अनुसार, गलत तरीके से या गलत व्यक्ति द्वारा हिंग का सेवन गंभीर प्रतिक्रियाएं दे सकता है.
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कौन-कौन लोग हिंग से बचें?
एलर्जी वाले लोग- कई लोगों को हिंग से इंस्टेंट एलर्जी हो सकती है, इसमें त्वचा पर लाल चकत्ते, खुजली, सूजन, सांस लेने में दिक्कत जैसी प्रतिक्रियाएं दिख सकती हैं। ऐसे लोगों को हिंग से पूरी तरह दूर रहना चाहिए.
गैस्ट्रिक या एसिडिटी के मरीज- हिंग पाचन के लिए फायदेमंद है, लेकिन कुछ लोगों में यह एसिडिटी बढ़ा सकती है. गैस, जलन या पेट फूलने वाले मरीजों को इसका सेवन सीमित या बंद कर देना चाहिए.
ब्लड प्रेशर कम रहने वाले लोग- हिंग में ऐसे कंपाउंड पाए जाते हैं जो ब्लड प्रेशर कम कर सकते हैं, जिन्हें पहले से लो बीपी की समस्या है, उनके लिए हिंग का सेवन कमजोरी, चक्कर और बेहोशी तक की स्थिति पैदा कर सकता है.
गर्भवती महिलाएं- गर्भावस्था में हिंग का अधिक सेवन बच्चेदानी में सिकुड़न (uterine contractions) को बढ़ा सकता है, यह गर्भपात जैसी जटिलताओं का कारण भी बन सकता है, इसलिए डॉक्टर भी हिंग कम से कम लेने की सलाह देते हैं.
सर्जरी करवाने वाले लोग- सर्जरी से पहले और बाद में हिंग का सेवन खून को पतला कर सकता है, जिससे अत्यधिक ब्लीडिंग का खतरा बढ़ जाता है, इसलिए सर्जरी से 1–2 सप्ताह पहले हिंग से बचने की सलाह दी जाती है.
शिशु और छोटे बच्चे- छोटे बच्चों के लिए हिंग का सेवन सीधे तौर पर सुरक्षित नहीं माना जाता, यह उनके पाचन तंत्र पर अत्यधिक असर डाल सकता है.
क्यों होती है हिंग से समस्या?
एक्सपर्ट बताते हैं कि हिंग में मौजूद certain bioactive compounds पाचन को तेज करने के साथ-साथ शरीर में तेज प्रतिक्रियाएं भी पैदा कर सकते हैं—विशेष रूप से संवेदनशील लोगों में.
कितनी हिंग है सुरक्षित?
आम तौर पर, दिन में एक चुटकी से कम हिंग खाना सुरक्षित माना जाता है, लेकिन ऊपर बताए गए लोग इसका सेवन न करें या डॉक्टर की सलाह पर ही करें.
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