नवरात्रि का व्रत आस्था और श्रद्धा से जुड़ा हुआ है, लेकिन डायबिटीज मरीजों के लिए यह थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो सकता है. लंबे समय तक खाली पेट रहना, मीठे का सेवन करना या अनहेल्दी डाइट लेने से ब्लड शुगर का स्तर असंतुलित हो सकता है, ऐसे में जरुरी है कि डायबिटीज रोगी व्रत रखते समय अपने खानपान और दिनचर्या में कुछ खास सावधानियां बरतें.
नवरात्रि व्रत में डायबिटीज मरीजों के लिए आसान उपाय
फल और सब्जियों का सही चुनाव करें- डायबिटीज पेशेंट्स को व्रत में ज्यादा मीठे फल जैसे अंगूर, केला, आम से बचना चाहिए, इसके बजाय सेब, अमरूद, पपीता और खीरा, टमाटर, लौकी जैसे फल-सब्जियां खानी चाहिए.
भूखे न रहें, छोटे-छोटे मील लें- लंबे समय तक खाली पेट रहने से शुगर अचानक बढ़ या घट सकती है, इसलिए छोटे-छोटे अंतराल पर हल्का और हेल्दी भोजन करें.
साबूदाना और आलू से बचें- व्रत में अक्सर लोग साबूदाने की खिचड़ी या आलू खाते हैं, लेकिन ये ब्लड शुगर तेजी से बढ़ा देते हैं.
इसके बजाय सिंघाड़े का आटा, राजगिरा या कुट्टू का आटा बेहतर विकल्प है.
हेल्दी ड्रिंक्स लें- शुगर कंट्रोल में रखने के लिए नारियल पानी, छाछ और नींबू पानी (बिना शक्कर) का सेवन करें,
पैकेज्ड जूस और मीठे पेय से बचें.
ड्राई फ्रूट्स करें शामिल- बादाम, अखरोट और चिया सीड्स जैसे ड्राई फ्रूट्स ब्लड शुगर को बैलेंस करने और एनर्जी देने में मददगार हैं.
एक्सरसाइज और रूटीन का ध्यान रखें- हल्की वॉक और योग करें, बहुत ज्यादा शारीरिक परिश्रम न करें ताकि थकान और कमजोरी न हो.
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