कानपुर में इन दिनों वायरल और संक्रामक बीमारियों का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है. बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक हर उम्र के लोग इससे प्रभावित हो रहे हैं. वायरल बुखार, कंजक्टिवाइटिस (आंख का संक्रमण), डेंगू और मलेरिया के मामलों के मामले ज्यादा सामने आ रहे हैं
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वायरल बुखार के केस सबसे ज़्यादा बच्चों में देखे जा रहे हैं. लक्षणों में लाल चकत्ते, उल्टी, दस्त, खांसी और बुखार शामिल हैं. अस्पतालों की ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ रही है, जिससे स्वास्थ्य सुविधाओं पर दबाव महसूस किया जा रहा है.
हर ओपीडी में 20–25 मरीज रोजाना आंखों के संक्रमण यानी कंजक्टिवाइटिस की शिकायत लेकर आ रहे हैं. यह संक्रमण आमतौर पर छूने, संपर्क या गंदे हाथों से आंखों को मलने से फैलता है.
स्वास्थ विभाग ने संचारी रोग नियंत्रण के तहत फॉगिंग, सर्वे और छिड़काव अभियान को तेज कर दिया हैं .
कानपुर के डॉ. अवधेश पाण्डेय ( शिशु रोग विशेषज्ञ) ने बताया कि इन दिनों बच्चों में वायरल संक्रमण और आँखों कि बीमारिया बहुत तेजी से फ़ैल रही हैं बच्चों को भीड़ भाड़ से दूर रखे और किसी भी लक्षण को हल्के में ना लें, समय पर जाँच और इलाज ही सबसे कारगर उपाय है माता पिता को सतर्क रहना बहुत जरूरी है .
कानपुर के डॉ. अवधेश पाण्डेय ( शिशु रोग विशेषज्ञ) ने सलाह दी हैं कि बच्चों को साफ पानी पिलाएँ और बाहर की चीजें खाने से रोकें,आंखों की सफाई पर विशेष ध्यान दें मच्छरों से बचाव के लिए मच्छरदानी और क्रीम का प्रयोग करें बुखार, खांसी या आंखों में जलन हो तो डॉक्टर से तुरंत परामर्श लें घर के आसपास जलभराव न होने दें.
कानपुर में फैल रहे इन संक्रामक रोगों से निपटने के लिए प्रशासन अलर्ट मोड में है, लेकिन आम लोगों की सावधानी और जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार है.
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