देश और दुनियां में शराब, तंबाकू और कोल्ड ड्रिंक के बढ़ते सेवन ने स्वास्थ्य विशेषज्ञों को चिंतित कर दिया है. हाल ही की रिपोर्ट के अनुसार, इन उत्पादों के कारण युवाओं में मोटापा, कैंसर, मानसिक तनाव और लीवर की बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं. डॉक्टरों का कहना है कि ये आदतें धीरे-धीरे जानलेवा बनती जा रही हैं.
AIIMS के आंकड़ों के अनुसार, लीवर सिरोसिस के मामलों में 30% बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जिसमें अधिकतर युवा शराब पीने के कारण बीमार हुए हैं.
WHO की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में हर साल लगभग 10 लाख लोगों की मौत तंबाकू सेवन के कारण होती है. इसमें गुटखा, बीड़ी, सिगरेट और खैनी शामिल हैं डायबिटीज और मोटापे के मामलों में कोल्ड ड्रिंक और मीठे पेयों का योगदान काफी बड़ा है. एक बोतल में लगभग 7-10 चम्मच चीनी होती है, जो शरीर को नुकसान पहुंचाती है.”युवाओं में ये आदतें शौक नहीं, बल्कि धीमा ज़हर बन चुकी हैं. हमें जागरूकता फैलानी होगी, नहीं तो यह आने वाली पीढ़ियों को भी प्रभावित करेगी.
इन्ही समस्याओं को मद्दे नज़र रखते हुए WHO ( world health organization) ने सभी देशो से अपील की है, कि शराब,तम्बाकू और मीठी कोल्ड्रिंक्स पर टैक्स बढ़ा दिया जाए, इन्हें 50% तक महंगा कर दिया जाए WHO का कहना है कि इससे लोगों कि सेहत में सुधार होगा मोटापा, डायबिटीज,और कैंसर जैसे रोगों को रोका जा सकेगा,
ये सुझाव 3/35 योजना का हिस्सा है इसका मक़सद 2035 तक 1 ट्रिलियन डॉलर का रेवेन्यू जनरेट करना है.
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