Advertisement

खाने से पहले या बाद में? Blood शुगर चेक करने का सही तरीका!

डायबिटीज आज के समय की सबसे तेजी से बढ़ती स्वास्थ्य समस्या है, ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखने के लिए दवाओं और खान–पान के साथ-साथ शुगर मॉनिटरिंग भी बेहद जरूरी है. लेकिन ज्यादातर लोग यह नहीं जानते कि ब्लड शुगर कब और कैसे चेक करनी चाहिए. खाने से पहले या खाने के बाद? यही गलती कई बार रिपोर्ट को गलत दिखा देती है और उपचार भी प्रभावित होता है.

खाने से पहले शुगर क्यों चेक करें?
खाना खाने के 8–10 घंटे बाद यानी सुबह खाली पेट की शुगर (Fasting Blood Sugar) बेहद महत्वपूर्ण होती है, इससे पता चलता है कि रातभर आपका शरीर ग्लूकोज को कैसे संभाल रहा है.

खाने से पहले की शुगर चेक करने के फायदे
शरीर की वास्तविक स्थिति का पता चलता है, दवाई या इंसुलिन की मात्रा तय करने में मदद, दिन की शुरुआत में कंट्रोल की जानकारी.

सामान्य सीमा:
70–100 mg/dL (सामान्य व्यक्ति के लिए), 70–130 mg/dL (डायबिटीज रोगियों में स्वीकार्य स्तर).

खाने के बाद शुगर क्यों चेक करें?
खाना खाने के 2 घंटे बाद की शुगर जांचना बेहद जरूरी है, यह बताता है कि आपका शरीर भोजन में मौजूद कार्बोहाइड्रेट को कितनी तेजी से पचा और अवशोषित कर रहा है.

खाने के बाद की शुगर चेक करने के फायदे
कौन-सा खाना शुगर बढ़ा रहा है, पता चलता है, दवा सही काम कर रही है या नहीं, अचानक शुगर स्पाइक का पता चलता है.

सामान्य सीमा:
140 mg/dL से कम (सामान्य व्यक्ति के लिए), 180 mg/dL से कम (डायबिटीज़ रोगियों में स्वीकार्य),

दिन में कितनी बार चेक करनी चाहिए शुगर?
यह आपकी स्थिति पर निर्भर करता है—
1. टाइप-2 डायबिटीज- (दवा पर), दिन में 1–2 बार, (सुबह खाली पेट, खाने के बाद)
2. इंसुलिन लेने वाले रोगी- 3–4 बार (भोजन से पहले और बाद में)
3. अनकंट्रोल शुगर या नया मरीज- डॉक्टर के अनुसार कई बार चेक करनी पड़ सकती है.

गलत समय पर टेस्ट करने से क्यों आते हैं गलत नतीजे?
खाने के तुरंत बाद टेस्ट करने से शुगर ज्यादा दिखेगी, बहुत देर बाद करने से असल स्पाइक नहीं दिखेगी, गलत रीडिंग से दवाई की डोज भी गलत हो सकती है, इसलिए हमेशा 2 घंटे बाद ही पोस्ट-मी़ल शुगर चेक करें.

क्या घर पर शुगर चेक करना भरोसेमंद है?
हां, ग्लूकोमीटर की 10–15% तक की त्रुटि सामान्य मानी जाती है, नियमित मॉनिटरिंग डायबिटीज़ को कंट्रोल रखने में बेहद मददगार है.

इसे भी पढ़े-हाई BP वालों को कितनी चाहिए नमक की मात्रा?