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बीड़ी पीने वालों के लिए बुरी खबर! ये है सिगरेट से भी ज्यादा खतरनाक वजह

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धूम्रपान की आदत भारत में बहुत आम है, लेकिन अक्सर लोग सोचते हैं कि बीड़ी सिगरेट से सस्ती और कम नुकसानदायक होती है. जबकि सच इसके बिल्कुल उलट है, डॉक्टर और कई रिसर्च यह साबित कर चुके हैं कि बीड़ी सिगरेट से कहीं ज्यादा खतरनाक साबित हो सकती है. आइए जानें क्यों –

बीड़ी क्यों है ज्यादा खतरनाक?
ज्यादा धुआं और टॉक्सिक एलिमेंट्स- बीड़ी में सिगरेट की तुलना में फिल्टर नहीं होता, जिसकी वजह से इसका धुआं सीधे फेफड़ों तक पहुंचता है, इसमें निकोटीन, टार और कार्बन मोनोऑक्साइड ज्यादा मात्रा में होता है.
फेफड़ों पर सीधा असर- बीड़ी पीने से सांस लेने में दिक्कत, अस्थमा और क्रॉनिक ब्रोंकाइटिस का खतरा तेजी से बढ़ जाता है.
कैंसर का बढ़ा खतरा- नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट के अनुसार, बीड़ी पीने वालों में मुंह, गले, फेफड़े और पेट के कैंसर का खतरा सिगरेट पीने वालों से कहीं ज्यादा होता है.
दिल की बीमारियां- बीड़ी पीने से हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है.
गरीब वर्ग में ज्यादा प्रचलन- चूंकि बीड़ी सस्ती होती है, इसे अक्सर ज्यादा मात्रा में पिया जाता है. ज्यादा खपत से शरीर पर उसका असर और भी खतरनाक हो जाता है.

बीड़ी छोड़ना क्यों है मुश्किल?
बीड़ी में निकोटीन की मात्रा ज्यादा होती है, जिसकी वजह से यह जल्दी आदत बना लेती है. रिसर्च के मुताबिक बीड़ी पीने वालों को यह लत छुड़ाने में सिगरेट पीने वालों से ज्यादा समय लगता है.

क्या है समाधान?
धीरे-धीरे बीड़ी का सेवन कम करें, निकोटीन रिप्लेसमेंट थेरेपी (जैसे निकोटीन गम, पैच) का सहारा लें, योग और ध्यान से मानसिक शांति पाएं, डॉक्टर या काउंसलिंग की मदद लें.

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