ज्वालामुखी पृथ्वी की सबसे खतरनाक और आकर्षक प्राकृतिक घटनाओं में से एक हैं, ये धरती के भीतर जमा हुए मैग्मा (पिघला हुआ चट्टानी पदार्थ) के दबाव और गर्मी के कारण बनते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये ज्वालामुखी अचानक क्यों फट जाते हैं और भयानक विस्फोट करते हैं.
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ज्वालामुखी बनने की प्रक्रिया
पृथ्वी की परतों के भीतर गर्म चट्टानें और गैसें जमा होती हैं, जब इन गैसों और मैग्मा पर अत्यधिक दबाव बनता है, तो ये धरती की सतह की कमजोर जगहों से बाहर निकलने की कोशिश करती हैं, यही प्रक्रिया धीरे-धीरे ज्वालामुखी का निर्माण करती है.
अचानक विस्फोट का कारण
मैग्मा के अंदर फंसी गैसें अचानक बाहर निकलने की कोशिश करती हैं, यदि ज्वालामुखी की माउंटेन की परत बहुत मजबूत हो और गैस का दबाव बहुत अधिक हो, तो ये अचानक फट पड़ता है. इसके अलावा, भूकंपीय गतिविधियां और तलछटी दबाव में बदलाव भी ज्वालामुखी को अचानक फटने पर मजबूर कर सकते हैं.
वैज्ञानिक चेतावनी
भूकंप और ज्वालामुखी शोधकर्ताओं के अनुसार, ऐसे विस्फोट अक्सर बिना किसी चेतावनी के होते हैं, इसलिए आसपास रहने वाले लोगों के लिए सतर्क रहना जरूरी है. आधुनिक उपकरणों से ज्वालामुखी की सक्रियता का अनुमान लगाया जा सकता है, लेकिन पूरी तरह भविष्यवाणी करना अभी भी मुश्किल है.
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