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मंदिर में खाली शंख रखने से घर में क्यों आती है नकारात्मक ऊर्जा

शंख को हिन्दू धर्म में अत्यंत पवित्र माना जाता है. इसका उच्चारण और बजाना शुभ माना जाता है, क्योंकि इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा और सुख-शांति का संचार होता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि मंदिर में खाली शंख रखना अशुभ और नकारात्मक ऊर्जा का कारण बन सकता है?

शंख का महत्व
शंख का प्रयोग पूजा और हवन में देवी-देवताओं को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है. शंख बजाने से वातावरण में सकारात्मक कंपन उत्पन्न होते हैं, जो मानसिक और आध्यात्मिक शांति देते हैं.

खाली शंख क्यों है अशुभ
ऊर्जा का अवरोध: खाली शंख बजाने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह नहीं होता और घर में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ सकती है.
देवी-देवताओं की कृपा कम होती है: शंख में पानी, दूध या हल्दी का भराव अक्सर शुभ माना जाता है. खाली शंख रखने पर पूजा का प्रभाव कम हो सकता है.
मानसिक अशांति: घर में अनजाने में नकारात्मक ऊर्जा फैलने से सदस्यों में तनाव और असंतुलन पैदा हो सकता है.

शंख रखने का सही तरीका
शंख को पूजा के समय साफ़ करके और पानी/दूध/हल्दी भरकर रखें.
नियमित रूप से शंख को बजाएं और उसका स्पर्श करते समय सकारात्मक विचार रखें.
मंदिर या पूजा स्थल पर शंख को हमेशा ऊपर की ओर रखें, ताकि ऊर्जा का प्रवाह सही दिशा में हो.

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