शरद पूर्णिमा भारत में खास धार्मिक और पारंपरिक महत्व रखती है. यह दिन चंद्रमा की पूर्णता यानी पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है और इसे कई राज्यों में अलग-अलग रीति-रिवाज के साथ उत्सव के रूप में मनाया जाता है.
शरद पूर्णिमा 2025 की तारीख और समय
इस साल शरद पूर्णिमा 6 अक्टूबर की रात को प्रारंभ होगी और 7 अक्टूबर की सुबह तक रहेगी. यानी अगर आप पूजा या चांद दर्शन करना चाहते हैं तो 6 अक्टूबर की रात को ही सही माना जाएगा.
धार्मिक महत्व
शरद पूर्णिमा को चंद्रमा की विशेष कृपा प्राप्त होती है, इस दिन को चांद की पूजा, रात्रि जागरण और फल-फलाहार के लिए शुभ माना जाता है. मान्यता है कि इस दिन चंद्रमा की किरणों में स्वास्थ्य और समृद्धि बढ़ाने की शक्ति होती है.
पूजा और परंपरा
इस दिन चांद को देखकर भोग चढ़ाएं, रात को घर के साफ-सुथरे स्थान पर फल और दूध का भोग रखें, सावधानीपूर्वक व्रत रखें और आध्यात्मिक ध्यान करें.
विशेष सुझाव
इस रात को हल्का भोजन करें और नींद से बचें, ताकि चंद्रमा की ऊर्जा का अधिक लाभ लिया जा सके, बच्चों और बुजुर्गों के साथ परिवार मिलकर पूजन करने से खुशहाली बढ़ती है.
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