इस बार कार्तिक मास को लेकर भक्तों में उलझन बनी हुई है, कोई 8 अक्टूबर से कार्तिक मास की शुरुआत बता रहा है तो कोई 9 अक्टूबर से, लेकिन आखिर सही तारीख कौन-सी है. आइए जानते हैं हिंदू पंचांग और ज्योतिषीय गणना के अनुसार सटीक जानकारी.
पंडितों के अनुसार, अश्विन पूर्णिमा के अगले दिन से कार्तिक मास का आरंभ माना जाता है, इस वर्ष अश्विन पूर्णिमा 8 अक्टूबर को पड़ रही है. इस कारण कार्तिक मास का पहला दिन 9 अक्टूबर 2025 (गुरुवार) को माना जाएगा. उसी दिन से कार्तिक महीने के व्रत, पूजा और स्नान जैसे धार्मिक कार्य प्रारंभ होंगे.
कार्तिक मास हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र माना जाता है. भगवान विष्णु की उपासना, तुलसी पूजन, दीपदान और कार्तिक स्नान का विशेष महत्व होता है. इस महीने में रोजाना सूर्योदय से पहले स्नान करने, भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने और दीपदान करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है.
महत्वपूर्ण तिथियां
कार्तिक स्नान प्रारंभ: 9 अक्टूबर 2025
कार्तिक एकादशी (प्रभु वल्लभ): 21 अक्टूबर 2025
कार्तिक पूर्णिमा: 6 नवंबर 2025
ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि कार्तिक मास न केवल धार्मिक रूप से बल्कि आध्यात्मिक दृष्टि से भी विशेष होता है. इस महीने में किया गया दान, व्रत और तप अनंत गुना फल देता है. इसलिए अगर आप कार्तिक स्नान और पूजा की शुरुआत करना चाहते हैं तो 9 अक्टूबर से विधिवत आरंभ करें, यही सही तिथि मानी गई है.
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