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2026 का माघ मेला, इस बार कुछ खास तारीखें जानें

हर साल की तरह 2026 में भी उत्तर प्रदेश के प्रयागराज (संगम तट) पर माघ मेला आयोजित किया जाएगा, लेकिन इस बार मेला उन लोगों के लिए विशेष मायने रखेगा, जो 2025 के महाकुंभ 2025 में नहीं जा सके थे. प्रशासन ने 2026 माघ मेले के लिए तैयारी शुरू कर दी है, साल 2026 में माघ मेले की शुरुआत तीन जनवरी से होगी. तीन जनवरी को पौष पूर्णिमा होगी. इस दिन पौष पूर्णिमा का स्नान किया जाएगा. वहीं माघ मेले का समापन 15 फरवरी को महाशिवरात्रि के स्नान के साथ हो जाएगा. ये पूरा कालखंड धार्मिक रूप से बड़ा महत्वपूर्ण है.

माघ मेला 2026: तारीखें और स्नान पर्व
पौष पूर्णिमा का स्नान- ये स्नान तीन जनवरी को किया जाएगा. इसी के साथ कल्पवास शुरू हो जाएगा.

मकर संक्रांति का स्नान- ये स्नान 14 जनवरी को भगवान सूर्य के उत्तरायण होने पर किया जाएगा.

मौनी अमावस्या का स्नान- ये स्नान 18 जनवरी को किया जाएगा. ये सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण स्नान है.

वसंत पंचमी का स्नान- ये स्नान 23 जनवरी को किया जाएगा. इस दिन सरस्वती पूजा भी की जाएगी.

माघी पूर्णिमा का स्नान- ये स्नान 01 फरवरी को किया जाएगा. इसे कल्पवासियों का मुख्य स्नान माना जाता है.

महाशिवरात्रि का स्नान- ये स्नान 15 फरवरी को किया जाएगा. इसी स्नान के साथ माघ मेले का समापन हो जाएगा.

इस बार माघ mela क्यों खास?
यह पहला मेला है जो 2025 के महाकुंभ के बाद हो रहा है, इसलिए माघ मेला 2026 को “महाकुंभ के बाद पहली पवित्र वापसी” कहा जा रहा है. प्रशासन ने 42 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया है, जिसका उपयोग मेले के सुविधाओं, सुरक्षा व भीड़ प्रबंधन के लिए किया जाएगा. मेला प्राधिकरण ने इस बार भीड़ नियंत्रण, यातायात व्यवस्था और पवित्र स्नान की सुविधा को बेहतर बनाने के लिए विशेष तैयारियाँ शुरू कर दी है.

श्रद्धालुओं के लिए सुझाव
अगर आप स्नान करना चाहते हैं, तो प्रमुख स्नान-तिथियाँ (जैसे मौनी अमावस्या, माघी पूर्णिमा) याद रखें — ये दोगुने पुण्यदायक माने जाते हैं, भीड़ और व्यवस्थाओं को देखते हुए, अपने रहने, भोजन व सतर्कता की पूर्व तैयारी करें. पवित्र स्नान के बाद साफ कपड़े व स्वच्छता का ध्यान रखें.

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