immersive art, Immersive art experience, immersive exhibition: आज के समय में, भारत के बड़े शहरों में आर्ट और इमर्सिव एक्सपीरियंस (Immersive art experience) का क्रेज़ तेजी से बढ़ रहा है. खासकर टीनएजर्स और यंगस्टर्स के बीच ये नया ट्रेंड बहुत पॉपुलर हो रहा है. इमर्सिव आर्ट (immersive art) मतलब ऐसी आर्ट जिसमें आप सिर्फ देखने वाले नहीं, बल्कि उसका हिस्सा भी बन जाते हैं. आप उस आर्ट के अंदर एंटर कर सकते हैं, उसे फील कर सकते हैं, और कई बार उसमें एक्टिवली पार्टिसिपेट भी कर सकते हैं.
इमर्सिव आर्ट (immersive art) क्या है?
इमर्सिव आर्ट (immersive art) एक ऐसी आर्ट फॉर्म है जिसमें विज़िटर्स को आर्टवर्क का हिस्सा बना दिया जाता है. इसमें लाइट, साउंड, प्रोजेक्शन, डिजिटल टेक्नोलॉजी, और इंटरैक्टिव एलिमेंट्स का यूज़ होता है. जैसे, वैन गॉग या यायोई कुसामा की इमर्सिव एग्ज़िबिशन (immersive exhibition) में लोग सिर्फ पेंटिंग्स नहीं देखते, बल्कि उनके अंदर वॉक करते हैं, लाइट्स और कलर्स को फील करते हैं, और कभी-कभी खुद भी आर्ट का हिस्सा बन जाते हैं.
भारत में Immersive art का बढ़ता ट्रेंड
पिछले कुछ सालों में दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु जैसे शहरों में कई इमर्सिव आर्ट एग्ज़िबिशन (immersive exhibition) और इंस्टॉलेशन हुए हैं. वैन गॉग की इमर्सिव एग्ज़िबिशन ने तो सोशल मीडिया पर भी खूब धूम मचाई थी. लोग वहां जाकर न सिर्फ आर्ट को एंजॉय करते हैं, बल्कि इंस्टाग्राम और स्नैपचैट पर उसकी रील्स और फोटोज़ भी शेयर करते हैं.
यायोई कुसामा की ‘इन्फिनिटी मिरर रूम्स’ भी युवाओं के बीच काफी पॉपुलर हैं. इसमें आप अनगिनत लाइट्स और मिरर्स के बीच खुद को एक अलग ही दुनिया में पाते हैं. ऐसे एक्सपीरियंस न सिर्फ एंटरटेनिंग हैं, बल्कि क्रिएटिविटी और इमैजिनेशन को भी बूस्ट करते हैं.
क्यों पसंद आ रही है इमर्सिव आर्ट टीनएजर्स को?
- इंटरएक्टिविटी: आज के टीनएजर्स सिर्फ देखने या पढ़ने तक सीमित नहीं रहना चाहते. उन्हें हर चीज़ में एक्टिव पार्टिसिपेशन चाहिए. इमर्सिव आर्ट (immersive art) उन्हें ये मौका देती है कि वे आर्ट का हिस्सा बन सकें.
- सोशल मीडिया फ्रेंडली: इमर्सिव आर्ट (immersive art)इंस्टॉलेशन विज़ुअली बहुत अट्रैक्टिव होते हैं. यहां क्लिक की गई फोटोज़ और वीडियोज़ सोशल मीडिया पर खूब पसंद की जाती हैं. इससे युवाओं को अपनी क्रिएटिविटी दिखाने का मौका मिलता है.
- नई चीज़ें एक्सप्लोर करने का मौका: इमर्सिव आर्ट (immersive art)के जरिए टीनएजर्स को आर्ट और कल्चर के नए रूप देखने को मिलते हैं, जो स्कूल या किताबों में नहीं मिलते.
- मेंटल हेल्थ और रिलैक्सेशन: ऐसे एक्सपीरियंस में शामिल होना माइंड को रिलैक्स करता है, स्ट्रेस कम करता है और पॉजिटिव फीलिंग्स देता है.
इमर्सिव आर्ट और एजुकेशन
इमर्सिव आर्ट न सिर्फ एंटरटेनमेंट है, बल्कि एजुकेशन के लिए भी बहुत फायदेमंद है. जब आप किसी आर्ट इंस्टॉलेशन का हिस्सा बनते हैं, तो आपको आर्ट, साइंस, हिस्ट्री, और टेक्नोलॉजी के बारे में practically सीखने को मिलता है. कई स्कूल्स और एजुकेशनल इंस्टिट्यूशंस भी अब इमर्सिव आर्ट वर्कशॉप्स और ट्रिप्स ऑर्गनाइज़ कर रहे हैं.
भारत में आगे क्या?
इमर्सिव आर्ट (immersive art) का ट्रेंड अभी शुरुआत में है, लेकिन इसकी पॉपुलैरिटी तेजी से बढ़ रही है. आने वाले समय में और भी नए आर्टिस्ट्स और क्यूरेटर्स इस फील्ड में एक्सपेरिमेंट करेंगे. डिजिटल टेक्नोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ मिलकर इमर्सिव आर्ट और भी एडवांस्ड और एक्साइटिंग हो जाएगी.
इमर्सिव आर्ट(immersive art) सिर्फ देखने की चीज़ नहीं, बल्कि फील करने का एक्सपीरियंस है. यह युवाओं को क्रिएटिव, ओपन-माइंडेड और कल्चरली अवेयर बनाता है. अगर आप भी कुछ नया एक्सप्लोर करना चाहते हैं, तो अगली बार किसी इमर्सिव आर्ट एग्ज़िबिशन में जरूर जाएं—शायद आपको अपनी खुद की क्रिएटिविटी की एक नई दिशा मिल जाए.
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