आज के इस डिजिटल युग में एआई ने हमारी ज़िंदगी को बहुत आसान बना दिया है, उसमें रोज कोई ना कोई नया आविष्कार हो रहा है. भारत में इसी तकनीक को आगे ले जाने का काम किया है ओला कृत्रिम ने, ये एक भारतीय एआई स्टार्टअप है जिसे Bhavish aggrawal (Ola के संस्थापक) ने दिसंबर 2023 में launch किया था. हाल ही में इन्होंने देश का पहला भारतीय भाषाओं में काम करने वाला असिस्टेंट “krutrim kruti” launch किया है.
क्या है कृत्रिम कृति?
कृत्रिम कृति एक मल्टीलिंगुअल जेनेरेटिव एआई असिस्टेंट है, जो अंग्रेज़ी और हिंदी के साथ साथ और भी कई भारतीय भाषाओं में बात कर सकता है. इसे ओला के सीईओ भविष्य अग्रवाल की कंपनी Krutrim AI ने 12th June 2025 में launch किया. यह ख़ासतौर से भारत के लोगों के लिए डिज़ाइन किया गया है ताकि ज़्यादा से ज़्यादा लोग इस तकनीक से जुड़ सकें चाहे वो किसी भी भाषा या क्षेत्र के हों.
ये AI असिस्टेंट कैसे आया?
इस एआई असिस्टेंट को बनाने की सबसे बड़ी वजह यही थी कि भारत को अपनी खुदकी एआई टेक्नोलॉजी मिले, जो भारतीय यूज़र्स की जरूरतों को समझे. अमेरिका और यूरोप जैसे देश में ChatGPT, Siri, Alexa जैसे एआई तो पहले से ही मौजूद थे लेकिन भारत में इनका उपयोग भाषाओं और स्थानीय जरूरतों की वजह से सीमित था.
भविष्य अग्रवाल ने इस गैप को समझा और भारत में इंडिजिनस (स्वदेशी) जेनेरेटिव एआई मॉडल तैयार किया.और इसकी सबसे खास बात ये है कि इसका डेटा भारतीय भाषाओं और संस्कृति पर फोकस करता है.
कैसे काम करता है कृत्रिम कृति?
- ये एआई अलग अलग भारतीय भाषाओं को समझ के उनका सही अनुवाद करने में मदद करता है. मतलब आप भारत की हर भाषा में इसकी मदद से जवाब ले सकते हैं.
- ये एआई जनरेटिव एआई मॉडल पर आधारित है, यानी ये केवल पहले से मौजूद जानकारी नहीं बताता बल्कि ये नई जानकारियां भी देता है.
- इस एआई में एजेंटिक इंटेलिजेंस भी है, मतलब ये आपके लिए खाना भी ऑर्डर कर सकता है , ऑनलाइन पेमेंट भी कर सकता है और यहाँ तक की कैब भी बुक कर सकता है.
- इसे आप बोलकर और लिखकर दोनों तरह से इस्तेमाल कर सकते हैं.
कृत्रिम कृति अभी अपने शुरुआती चरण में आगे आने वाले समय में इसमें और भी कई नई सुविधाएं भी जुड़ेंगी.
यह ना सिर्फ एक टेक्नोलॉजी है बल्कि भारतीय संस्कृति को समझने का एक डिजिटल माध्यम भी है.ये गाँव गाँव तक तकनीक पहुचाने का सपना पूरा कर सकता है. आने वाले समय में ये वैसे ही हर भारतीय के लिए आम होगा जैसे आज के जमाने में स्मार्टफोन है.
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