मथुरा: वृन्दावन के प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर के प्रबंधन को बेहतर बनाने के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित हाई पावर्ड मैनेजमेंट कमेटी की एक महत्वपूर्ण बैठक देर रात तक चली. इस बैठक में मंदिर के संचालन और दर्शनार्थियों की सुविधाओं को लेकर कई अहम बिंदुओं पर चर्चा हुई.
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बैठक में कौन-कौन शामिल हुआ?
इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व जस्टिस अशोक कुमार की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में गोस्वामी समाज के 10 प्रमुख लोग शामिल थे. यह बैठक विशेष रूप से मंदिर के प्रबंधन को सुव्यवस्थित करने के उद्देश्य से बुलाई गई थी.
कमेटी का मुख्य उद्देश्य
बैठक के बाद जस्टिस अशोक कुमार ने कहा कि “अब समय आ गया है कि बांके बिहारी के दर्शनार्थियों के लिए अच्छी व्यवस्था करनी चाहिए, यह हमारा प्रयास है.” उन्होंने जोर देकर कहा कि समिति का मुख्य लक्ष्य सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार, मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए बेहतर सुविधाएं और सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करना है.
मंदिर प्रबंधन में नई व्यवस्था
इस बैठक में यह भी तय किया गया कि मंदिर के प्रबंधन को और समावेशी बनाने के लिए दो राजभोग और दो शयन भोग सेवा करने वाले गोस्वामियों को समिति में शामिल किया जाएगा. सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित यह समिति ही अब बांके बिहारी मंदिर का संचालन करेगी.
इस पहल से उम्मीद की जा रही है कि भक्तों को मंदिर में दर्शन के दौरान होने वाली परेशानियों से निजात मिलेगी और मंदिर का प्रबंधन अधिक पारदर्शी और कुशल बनेगा.